भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि नरेंद्र मोदी के भीतर प्रधानमंत्री होने का 'घमंड' आ गया है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से वह उनकी लिखी गई चिट्ठियों का जवाब तक नहीं देते हैं।
महाराष्ट्र के सांगली जिले में अटपडी तहसील में बोलते हुए हजारे ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पिछले तीन सालों में 30 से अधिक चिट्ठियां लिखीं लेकिन उन्होंने किसी का भी जवाब नहीं दिया। मोदी के भीतर प्रधानमंत्री होने का घमंड आ गया है, इसलिए उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।'
हजारे इससे पहले नई दिल्ली में 23 मार्च से आंदोलन की घोषणा कर चुके हैं। हजारे की यह रैली दिल्ली के आंदोलन से पहले समर्थन जुटाने की कोशिश है। उन्होंने कहा, 'यह एक ऐतिहासिक रैली होगी जो सरकार के लिए चेतावनी होगी।'
अन्ना ने कहा, 'रैली और आंदोलन की मदद से मेरा वोट पाने का कोई मकसद नहीं है। जैसे जनलोकपाल के लिए आंदोलन हुआ था वैसे ही किसानों के मुद्दे पर बी होगा।'
उन्होंने कहा कि उनकी मांग लोकपाल को लागू करने, लोकायुक्त की नियुक्ति और किसानों को 5,000 रुपये पेंशन देने की है।
और पढ़ें: PM मोदी ने बताया, क्या है BJP के 'कांग्रेस मुक्त' भारत की सच्चाई
HIGHLIGHTS
- अन्ना हजारे ने कहा कि नरेंद्र मोदी के भीतर प्रधानमंत्री होने का घमंड आ गया है
- हजारे ने कहा कि पीएम घमंड की वजह से वह उनकी लिखी गई चिट्ठियों का जवाब तक नहीं देते हैं
Source : News Nation Bureau