logo-image

गुलाम नबी आजाद की राज्यसभा से विदाई, आतंकी घटना का जिक्र कर भावुक हुए PM नरेन्द्र मोदी

कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और राज्यसभा (Rajya Sabha) में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भावुक नजर आए.

Updated on: 09 Feb 2021, 12:08 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और राज्यसभा (Rajya Sabha) में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भावुक नजर आए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गुलाम नबी जी जब मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी एक राज्य का मुख्यमंत्री था. हमारी बहुत गहरी निकटता रही. एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, 8 लोग उसमें मारे गए. सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया. उनके आंसू रुक नहीं रहे थे. वह काफी भावुक थे. 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद, शमशेर सिंह, मीर मोहम्मद फैयाज और नादिर अहमद, आप चारों महानुभावों को इस सदन की शोभा बढ़ाने के लिए, आपके अनुभव, आपके ज्ञान का सदन को और देश को लाभ देने के लिए और आपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान के लिए आपके योगदान का धन्यवाद करता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी के बाद जो भी इस पद को संभालेंगे, उनको गुलाम नबी से मैच करने में बहुत दिक्कत पड़ेगी. क्योंकि गुलाम नबी अपने दल की चिंता करते थे, लेकिन देश और सदन की भी उतनी ही चिंता करते थे.

यह भी पढ़ेंः साइबर वॉलंटियर रखेंगे 'राष्‍ट्र विरोधी' गतिविधियों पर नजर, सरकार कर रही ये बड़ी तैयारी

घटना का जिक्र कर भावुक हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गुजरात के यात्रियों पर जब आतंकवादियों ने हमला किया, सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया. पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद का वो फोन सिर्फ सूचना देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू रुक नहीं रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उस वक्त प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तो उनसे फौज के हवाई जहाज की व्यवस्था की मांग की. उसी दौरान एयरपोर्ट से ही गुलाम नबी आजाद ने फोन किया, जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है वैसी ही आजाद जी ने उनकी चिंता की. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमें बात करते हुए पत्रकारों ने देखा, तो गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों को जवाब दिया कि आप भले ही नेताओं को टीवी पर लड़ते देखते हो, लेकिन यहां परिवार जैसा माहौल रहता है. पीएम मोदी ने कहा कि जो सदस्य आज विदाई ले रहे हैं, उनके लिए हमेशा उनके द्वार खुले हैं.

यह भी पढ़ेंः इन वेबसाइट के जरिए भारत के खिलाफ रची जा रही थी साजिश, टूलकिट से हुआ खुलासा

गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद के विकल्प की तलाश शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी नबी की जगह मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge), आनंद शर्मा (Anand Sharma) या पी. चिदंबरम (P Chidambaram) को दे सकती है. इनके अलावा मध्य प्रदेश के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) भी इस पद के लिए दावेदार माना जा रहा है.

जम्मू और कश्मीर से गुलाम नबी आजाद के अलावा पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (Jammu and Kashmir Peoples Democratic Party) के दो अन्य सांसद नजीर अहमद लावे (Nazir Ahmad Laway) का कार्यकाल 10 फरवरी और मीर मोहम्मद फैयाज (Mir Fayaz Ahmad) का कार्यकाल 15 फरवरी को पूरा हो रहा है. इनके अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शमशेर सिंह मन्हास (Shamsheer Singh Manhas) का कार्यकाल भी 10 फरवरी को खत्म हो रहा है.