भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आज 85वां जन्म दिन है। उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी।
पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव की कैबिनेट में वित्तमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने 90 के दशक में भारत में हुए आर्थिक सुधारों की नींव रखी।
2004 के आम चुनावों के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए ने जीत दर्ज की और 22 मई को डॉ. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। 2009 के आम चुनावों के बाद कांग्रेस को दूसरी बार सत्ता में आने का मौका मिल और मनमोहन सिंह दोबारा देश के प्रधानमंत्री बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 85वें जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनके दीर्घायु होने की कामना की। मोदी ने ट्वीट कर कहा, "हमारे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बधाई। भगवान उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ जीवन दें।"
पीएम मोदी और मनमोहन सिंह के बीच रिश्ते
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पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भले ही अलग-अलग राजनीतिक पार्टी से जुड़े हों जिसके नाते उनकी विचारधारा में अंतर भी हो बावजूद इसके नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के प्रति आदर का भाव रखते हैं।
यही वजह है कि जब पीएम मोदी मनमोहन सिंह की आलोचनाओं को हंसते हुए स्वीकार करते हैं और ज़रुरत पड़ने पर हल्के फुल्के अंदाज़ में जवाब भी देते हैं।
इसके अलावा पीएम मोदी मनमोहन सिंह की नसीहतों पर गौर ज़रुर फरमाते हैं।
नोटबंदी पर की थी मोदी सरकार की खिंचाई
नवंबर 2016 में राज्यसभा में बोलते हुए मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम को क़ानूनन चलाई जा रही व्यवस्थित लूट की संज्ञा दी थी।
उसी समय उन्होंने नोटबंदी के असर का अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर होने का दावा किया था और देश की जीडीपी में 2 फीसदी की कटौती होने की बात तक कही थी।
उनका यह अंदेशा बिल्कुल ठीक हुआ और जीडीपी 2.2 फीसदी की दर से गिरकर 7.9 फीसदी से लुढ़क कर 5.7 फीसदी पर आ टिकी है।
जीएसटी पर की मोदी सरकार की तारीफ
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हालांकि ऐसा नहीं है कि मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की सिर्फ आलोचना ही कि हो गाहे-बगाहे उन्होंने मोदी सरकार के अच्छे कदमों की तारीफ भी की है।
जीएसटी उनमें से ही एक है। सरकार के जीएसटी के कदम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा था, 'नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था पासा पलटने वाली होगी।'
हालांकि तब साथ ही उन्होंने इसके क्रियान्वयन में दिक्कतों की संभावना जताई थी।
नोटबंदी से नाखुश पर सरकार की संसद में फजीहत होने से बचाई
भले ही मीडिया में दोनों के बीच रिश्तों में कड़वाहट की ख़बरें आती हो लेकिन एक यह भी सच है कि कई बार पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के सही फैसलों का समर्थन और कई बार बचाव करते देखा गया है।
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नोटबंदी के बाद जब संसद में आरबीआई गवर्नर को बुलाने की बात हो रही थी तब सार्वजनिक रूप से उन्हें यह सलाह न देना की वो पार्लियामेंट्री कमेटी के पत्र का जवाब न दें, एक प्रकार से संसद में सरकार की फजीहत बचाने का ही कदम था।
जीएसटी के समय कांग्रेस-बीजेपी के बीच बैठक में निभाई अह्म भूमिका
जीएसटी पर दोनों पार्टियों के बीच पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बीच में अहम रोल निभाने के चलते ही पीएम नरेंद्र मोदी और सोनिया गांधी ने इस मुद्दे पर साथ में बैठक की थी।
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Source : News Nation Bureau