प्रधानमंत्री ने संविधान के डिजिटल संस्करण का विमोचन करते हुए कहा कि कालाधन रखने वालों को व्यवस्थित करने का मौका नहीं मिला इसलिए वे परेशान हैं। प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के बाद डिजिटल करंसी की ओर आगे बढने की अपील की।
कैशलेस इकॉनमी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि सबको अपना पैसा खर्च करने का अधिकार है, लेकिन आज दुनिया बदल रही है और लोग कैशलेस इकॉनमी की ओर जा रहे हैं। समाज क्रांति की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
काले धन को लेकर उन्होंने कहा कि आम आदमी भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ एक सैनिक की तरह लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बड़ा देश है, बड़ा फैसला है थोडा समय लगता है। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर के बाद नागरपालिकाओं में 13 हजार करोड़ का टैक्स आया है।
आम आदमी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। पूरा देश काले धन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। देश के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। इस फैसले पर भ्रष्टाचारी नाराजगी जता रहे हैं क्योंकि उन्हें तैयारी का मौका नहीं मिला।
पीएम मोदी ने 26 नवंबर को मनाए जाने वाले संविधान दिवस के मौके पर दो पुस्तकों का विमोचन किया और कहा कि हर किसी को अपने पैसे के उपयोग का हक है। पीएम मोदी ने कहा कि जब भी संविधान की बात होती है तो बाबा साहेब अंबेडकर का नाम जरूर याद आता है। बाबा साहेब और संविधान को अलग नहीं किया जा सकता।