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प्रधानमंत्री मोदी के लिट्टी-चोखा खाते ही भाजपा नेताओं में भी लगी होड़, राजनीति अलग से शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के 19 फरवरी को हुनर हाट में लिट्टी चोखा खाते ही, राजनेताओं में खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं में लिट्टी-चोखा खाने की होड़ सी लग गई है.

Updated on: 23 Feb 2020, 10:52 AM

highlights

  • दिल्ली में पीएम मोदी के लिट्टी-चोखा खाते ही गरमाई राजनीति.
  • बीजपी के कई नेताओं ने बाद में दिल्ली हाट में खाया लिट्टी-चोखा.
  • बिहार में राजद के तेजप्रताप ने पीएम मोदी पर कसा था तंज.

नई दिल्ली:

दिल्ली में 'हुनर हाट' (Hunar Haat) भले ही रविवार को खत्म हो रहा है, लेकिन इसने अपने पीछे लिट्टी-चोखा पर सियासत (Politics) जरूर शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के 19 फरवरी को हुनर हाट में लिट्टी चोखा खाते ही, राजनेताओं में खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं में लिट्टी-चोखा खाने की होड़ सी लग गई है. एक के बाद एक कई नेता हुनर हाट में प्रधानमंत्री के स्वाद में ही अपना स्वाद खोजते नजर आए. हुनर हाट में प्रधानमंत्री मोदी का अनुसरण करने वालो में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, महेंद्र नाथ पांडे, जितेंद्र सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, हरदीप सिंह पुरी, पीयूष गोयल, अनिल जैन और तो और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पत्नी सोनल शाह भी दिखीं.

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पीएम के बाद बीजेपी नेताओं में लगी होड़
हुनर हाट में लिट्टी-चोखा के अलावा कई शाकाहारी और नॉनवेज स्टॉल भी लगे हैं, जो स्वाद में किसी भी व्यजंन से कम नहीं हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री चूंकि शाकाहारी हैं और उन स्टॉल तक वह गए भी नहीं, लिहाजा नेताओ में से किसी ने भी उधर की ओर रूख नही किया. वैसे लोगों की मानें तो हुनर हाट में लगाया गया लिट्टी-चोखा का काउंटर अन्य व्यंजनों की अपेक्षा काफी फीका था और उसका दाम भी काफी रखा गया था. इसके बावजूद प्रधानमंत्री के लिट्टी-चोखा का स्वाद चखने के बाद राजनेताओं में इसे चखने की होड़ सी लग गई और बिहार की चुनावी सियासत भी चल निकली.

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बिहार में राजद ने दी थी तीखी प्रतिक्रिया
हुनर हाट में शनिवार को लिट्टी-चोखा का स्वाद लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि लिट्टी-चोखा को बिहार के चुनाव से जोड़ना ठीक नही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस प्रकार के व्यंजन पसंद करते हैं. प्रधानमंत्री हल्के-फुल्के खाने के शौकीन हैं. चाहे चना मुरमर हो, या फिर बिहार का झालमूढ़ी आदि. लेकिन इस पर दिल्ली से बिहार तक की सियासत लिट्टी-चोखा मय हो गई है. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रसिद्ध बिहारी व्यंजन लिट्टी-चोखा खाने को लेकर बिहार में सियासत अपना स्वाद बिखेर रही है. दरअसल मोदी के लिट्टी-चोखा खाने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजप्रताप यादव का स्टैंड छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से अलग है.

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तेजप्रताप ने कसा तंज, तो मोदी ने बताया मान बढ़ाने वाला कदम
तेजस्वी ने जहां प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया था और कई मांगें भी रखी थीं, लेकिन तेजप्रताप ने पीएम के बिहारी व्यंजन प्रेम पर तंज कसा. तेज ने नारा गढ़ते हुए प्रधानमंत्री से भोजपुरी में कहा है कि 'कतनो खाइब लिट्टी-चोखा, बिहार ना भूली राउर धोखा'. इसके बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री के लिट्टी-चोखा खाने पर बिहार में कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े चाव से प्रसिद्ध बिहारी व्यंजन लिट्टी-चोखा का स्वाद ले रहे थे. प्रधानमंत्री ने लिट्टी-चोखा और अनरसा खाकर इस व्यंजन का ही नहीं, किसानों और मजदूरों का भी मान बढ़ाया है.