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PM-JAY: स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने लॉन्च किया आयुष्मान अधिकार पत्र

जन आरोग्य योजना के तहत 16.50 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं. इस योजना के कुल लाभार्थियों की संख्या 55 करोड़ से भी ज्यादा है. इस योजना के तहत 23,000 अस्पतालों में लोगों का इलाज कराया जा रहा है.

Updated on: 19 Aug 2021, 03:23 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में 'आयुष्मान अधिकार पत्र' लॉन्च किया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके जरिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) को और प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा और इस योजना को जन-जन तक पहुंचाया जा सकेगा. आयुष्मान अधिकार पत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, 'अब जब कोई भी व्यक्ति इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने जाएगा तो उसे उसी इस पत्र के जरिए पहले ही बता दिया जाएगा कि जन आरोग्य योजना के लाभार्थी के नाते क्या अधिकार हैं और उसे क्या-क्या सुविधाएं मिल सकती हैं. इससे लाभार्थियों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की पहले से जानकारी रहेगी और उन्हें बेहतर ढंग से ये सेवाएं मिल पाएंगी'

ये कार्यक्रम PM-JAY योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होकर इलाज पाने वाले लोगों की संख्या 2 करोड़ पर पहुंचने के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयोजित किया था. जिन 2 करोड़ लोगों का इलाज कराया गया है, उन्हें इस योजना से अब तक 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है. इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर, 2018 को झारखंड की राजधानी रांची से शुरू किया था.

हालांकि, अब तक जन आरोग्य योजना के तहत 16.50 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं. सरकार का दावा है कि इस योजना के कुल लाभार्थियों की संख्या 55 करोड़ से भी ज्यादा है. इस योजना के तहत 23,000 अस्पतालों में लोगों का इलाज कराया जा रहा है. इनमें से निजी अस्पतालों की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है.

इस योजना को जमीनी स्तर पर क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली योजना बताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, 'प्लेटफॉर्म पर चाय बेचने से प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाला व्यक्ति जब किसी योजना के बारे में सोचता है तो उसकी सोच दूरदर्शी होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन आरोग्य योजना के तौर पर एक ऐसी योजना की परिकल्पना की जिससे वैसे लोगों का इलाज हो पा रहा है जो पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा पाते थे. इससे लोगों के जो पैसे बच रहे हैं, उसका इस्तेमाल आम लोग अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने में कर रहे हैं.'

मनसुख मांडविया ने यह भी बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत महिलाओं को प्रमुखता से स्वास्थ्य सेवाएं देने का काम हो रहा है. उन्होंने जानकारी दी, 'आयुष्मान कार्ड जितने लोगों को मिले हैं, उनमें से तकरीबन 50 प्रतिशत महिलाएं हैं. जितने लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं, उनमें 47 प्रतिशत महिलाएं हैं. PM-JAY के तहत 141 ऐसे मेडिकल प्रक्रियाओं को शामिल किया गया है, जो सिर्फ महिलाओं के लिए हैं.'

उन्होंने आगे कहा, 'महिलाएं सिर्फ इस योजना की लाभार्थी ही नहीं हैं बल्कि इस योजना के क्रियान्वयन में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. ग्रामीण भारत में आशा वर्कर और अस्पतालों में आरोग्य मित्र से लेकर कई स्टेट हेल्थ एजेंसीज की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर भी महिलाएं इस योजना के क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभा रही हैं.'