जम्मू-कश्मीर के नागरोटा में हुए आतंकी हमले के बाद विपक्षी दलों ने नोटबंदी की बजाए आतंकी हमले को मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की। बुधवार को संसद के दोनों सदनों में नागरोटा हमले को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ।
विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया है। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले 10 दिन जहां नोटबंदी को लेकर हंगामा हुआ वहीं गुरुवार को विपक्ष ने नोटबंदी की बजाए जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में हुए आतंकी हमले के मुद्दे को लेकर संसद नहीं चलने दिया।
पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के पदभार संभालने के साथ ही मंगलवार को भारत के जम्मू-कश्मीर में सिलसिलेवार तरीके से दो अलग-अलग जगह पर हुए हमले में दो अधिकारी समेत 7 जवान शहीद हो गए।
रक्षा विभाग के पीआरओ मनीष मेहता ने कहा, 'नागरोटा हमले में 2 आर्मी ऑफिसर और 5 जवान शहीद हुए हैं।' सेना ने जवाबी कार्रवाई में 3 आतंकी मार गिराए। दूसरा हमला सांबा सेक्टर के चामलियाल में हुआ। जहां आतंकियों ने बीएसएफ की टुकड़ी को निशाना बनाया।
कांग्रेस ने नागरोटा हमले को लेकर सदन से वॉकआउट किया। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'संसद का नियम है कि जब भी किसी की मृत्यु होती है तो हम उसका आदर करते हैं। पहली बार हुआ है जब सीमा पर शहीद हुए सैनिकों का सम्मान नहीं किया गया। इसलिए हमारी पार्टी और विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया।' विपक्ष के नेताओं ने सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का मामला स्पीकर सुमित्रा महाजन के सामने उठाया।
विपक्ष को जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्होंने स्पीकर को नागरोटा हमले की जानकारी दी थी। नायडू ने कहा कि सेना के कॉम्बिंग ऑपरेशन के खत्म होने के बाद सदन में सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
वेंकैया ने कहा कि देश की रक्षा और देश की सेना को लेकर भी कांग्रेस पार्टी राजनीति कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। नायडू के मुताबिक, कांग्रेस न तो चर्चा चाहती है और न ही सदन चलने देना। यह नगरोटा के शहीदों का अपमान है। नायडू ने कहा कि कांग्रेस प्रश्नकाल के दौरान सदन से बाहर चली गई और बाद में वापस लौट आई।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में मौजूद थे। नायडू ने कहा कि पीएम की मौजूदगी के बावजूद कांग्रेस और लेफ्ट ने सदन से वॉकआउट क्यों किया। नोटबंदी को लेकर विपक्षी दल संसद के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री के बयान की मांग पर अड़े हुए हैं। हालांकि बुधवार को पीएम के संसद में बयान देने की उम्मीद थी लेकिन विपक्ष के विरोध और कांग्रेस के वॉक आउट की वजह से यह नहीं हो पाया।
शीतकालीन सत्र के 11वां सत्र नोटबंदी के विरोध को लेकर हुए हंगामे की भेंट चढ़ गया। हालांकि इस बीच सरकार आयकर संशोधन बिल को लोकसभा में पारित कराने में सफल रही। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बिना चर्चा कराए ही संशोधन विधेयक को पारित करा लिया।
HIGHLIGHTS
- बुधवार को संसद के दोनों सदनों में नागरोटा हमले को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ
- विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।
Source : News Nation Bureau