प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक के दो दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने शुक्रवार को बठिंडा के एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
यह कहते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है कि धरना स्थल पर पुलिस निष्क्रिय पाई गई थी।
बुधवार को पीएम मोदी पंजाब के दौरे पर थे, जहां फिरजोपुर जाते वक्त एक फ्लाईओवर पर उनके काफिले को रोक दिया गया था। फिरोजपुर में प्रधानमंत्री की रैली को सुरक्षा चूक के कारण रद्द करना पड़ा था। वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर लगभग 15-20 मिनट तक रुका रहा था। घटना के वक्त प्रधानमंत्री हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जा रहे थे।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में केंद्र सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी अर्चना वर्मा ने कहा है चूंकि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान गंभीर सुरक्षा चूक हुई थी, इसलिए बठिंडा के एसएसपी को कारण बताओ नोटिस दिया जाता है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जानी चाहिए।
उन पर अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1969 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई, चूक मामले में कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की बात कही गई है।
पत्र में कहा गया है, जैसा कि विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), 1988 की धारा 14 में प्रदान किया गया है, राज्य सरकार और प्रत्येक नागरिक प्राधिकरण एसपीजी को सभी सहायता प्रदान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है और इसलिए, आप एसएसपी बठिंडा के रूप में यह करने के लिए बाध्य थे। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे, लेकिन अब तक की उपलब्ध जानकारी इस बात की ओर इशारा करती है कि धरना स्थल पर मौजूद पुलिस निष्क्रिय पाई गई। मौके पर मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी वीवीआईपी के काफिले की आवाजाही को सुगम बनाने के प्रयास में अप्रभावी पाए गए। पूरे रास्ते में, केवल दिखने भर के लिए ही पुलिस की तैनाती की गई थी।
इस बीच, सुरक्षा भंग की जांच कर रही गृह मंत्रालय की एक टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची और पता लगाया कि किन कारणों से प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट तक फंसा रहा।
एमएचए के बयान के अनुसार, फिरोजपुर के पास हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किमी दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया था। 15-20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।
पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी ने केंद्र को सौंपी एक रिपोर्ट में कहा कि इस घटना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और राज्य सरकार ने खामियों की जांच के लिए दो सदस्यीय पैनल का गठन किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि तिवारी ने बुधवार को सामने आई घटनाओं के क्रम से संबंधित ब्योरा साझा किया।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को प्रधानमंत्री की पंजाब यात्रा के संबंध में सभी रिकॉर्ड सुरक्षित और संरक्षित करने का निर्देश दिया है और राज्य और केंद्रीय समितियों को सोमवार तक जांच करने से परहेज करने के लिए भी कहा है, क्योंकि अदालत इस मामले पर आगे की सुनवाई जारी रखेगी।
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Source : IANS