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PM और HM ने ब्राडबैंड उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट्स के साथ अपने सबसे भारी रॉकेट के सफल लान्चिंग पर बधाई दी. प्रधानमंत्री ने इसे आत्मनिर्भरता का उदाहरण बताया तो, वहीं अमित शाह ने कहा कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है. पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, इसरो को वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए बने 36 वनवेब उपग्रहों के साथ हमारे सबसे भारी प्रक्षेपण यान एलवीएम3 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई. एलवीएम3 आत्मनिर्भरता का उदाहरण है और वैश्विक वाणिज्यिक लान्च सेवा बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को बढ़ाता है.

Updated on: 23 Oct 2022, 03:29 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट्स के साथ अपने सबसे भारी रॉकेट के सफल लान्चिंग पर बधाई दी. प्रधानमंत्री ने इसे आत्मनिर्भरता का उदाहरण बताया तो, वहीं अमित शाह ने कहा कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है. पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, इसरो को वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए बने 36 वनवेब उपग्रहों के साथ हमारे सबसे भारी प्रक्षेपण यान एलवीएम3 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई. एलवीएम3 आत्मनिर्भरता का उदाहरण है और वैश्विक वाणिज्यिक लान्च सेवा बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को बढ़ाता है.

वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक दिन! भारत ने अपने सबसे भारी रॉकेट एलवीएम3 के सफल प्रक्षेपण के साथ आत्मनिर्भरता के एक नए युग में कदम रखा, जिसमें 36 वनवेब उपग्रह शामिल थे. हमारे वैज्ञानिकों और पूरी टीम को बधाई.

गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने आज इतिहास रचते हुए देर रात श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने अब तक के सबसे भारी लिफ्ट रॉकेट एलवीएम3-एम2 को प्रक्षेपित कर दिया है. इसरो ने इस रॉकेट के जरिए 36 ब्रॉडबैंड संचार उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा है.