दिवाली के बाद से ही दिल्ली और इसके आसपास का क्षेत्र गहरे कोहरे से ढका हुआ है। दिल्ली की आबोहवा की हालत पहले ही किसी से छिपी नहीं थी और ऊपर से दिवाली की आतिशबाजी ने मामला और बिगाड़ दिया है। दो दिनों के भीतर हजारों लोगों की आतिशबाजी, कारखानों से आने वाला धुंआ और हरियाणा, पंजाब में फसलों के अवशेषों के जलने से आ रहे धुंए ने दिल्ली वालों को बीजिंग का अहसास दिला दिया है।
कुछ साल पहले बीजिंग में ऐसे ही दृश्य देखने को मिले थे जैसा आज दिल्ली वाले देख रहे हैं। बीजिंग ने तो तमाम जतन किए और बहुत हद तक उस पर काबू करने में कामयाब भी रहा। लेकिन दिल्ली आखिर कितने साल बाद ऐसे हालातों से उबर पाएगी , ये अब भी लाख टके का सवाल है। पिछले दो तीन वर्षों से दिवाली के बाद दिल्ली में ये दृश्य आम हो गए हैं।
Source : News Nation Bureau