केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में कुछ प्रदर्शनकारियों को कथित रूप से ‘पाकिस्तान जाने की’ सलाह देने वाले पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह का सोमवार को समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने वही किया जो एक पुलिस अधिकारी और एक देशभक्त को करना चाहिए.
बीजेपी नेता ने कहा, ‘एसपी ने वही किया जो पुलिस को करना चाहिए, जो देशभक्त को करना चाहिए... जो लोग भारत में रहते हैं लेकिन इसे अपशब्द कहते हैं और पाकिस्तान जिंदाबाद कहते हैं, उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘जो लोग पुलिस अधीक्षक के खिलाफ बोल रहे हैं, उनसे मैं अनुरोध करता हूं कि पूरी घटना देखें, अन्यथा देश के लोग उनसे सवाल करेंगे.’
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गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग भारत में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाएंगे, उन्हें माला नहीं पहनाई जा सकती है. उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. गिरिराज सिंह की यह टिप्पणी अन्य केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा कि प्राथमिकता शांति स्थापना की होनी चाहिए, न कि भड़काने की और अगर अधिकारी का वीडियो सही है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
सिंह ने कहा कि नकवी शायद पूरी घटना से अवगत नहीं हैं. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत भाजपा के कई नेताओं ने पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह का बचाव किया है. भाजपा उपाध्यक्ष उमा भारती ने कहा है कि अगर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए जाएंगे तो पुलिस अधिकारी के लिए ‘दंगाइयों’ को पाकिस्तान जाने को कहना स्वाभाविक है.
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पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि उन्होंने यह टिप्पणी तब की थी जब कुछ पथराव कर रहे प्रदर्शनकारी पाकिस्तान समर्थक नारे लगाकर भाग गए थे. उनकी यह टिप्पणी कैमरे में कैद हो गई और पिछले हफ्ते वायरल हो गई. उनकी आलोचना करने वालों का कहना है कि पुलिस अधीक्षक के दावे के समर्थन में कोई वीडियो सामने नहीं आया है जिसमें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हों.
Source : Bhasha