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सावधान! ये एप सोशल मीडिया एकाउंट्स हैक कर बैंक का खाता भी कर देता है खाली

हमारे और आपकी तरह के लोग ही लालच में आकर इसके शिकार बनते हैं और जैसे ही इन लिंक्स पर क्लिक करते हैं हो जाते हैं साइबर ठगी के शिकार.

Updated on: 28 Nov 2019, 06:18 PM

नई दिल्‍ली:

स्मार्टफोन आने के बाद से बहुत सी ऐसी फर्जी एप्स आने लगी जिसके बारे में आपको पता नहीं होता है और जैसे ही आप इन एप्स को डाउनलोड करते हैं ठगी के शिकार बन जाते हैं. आपके मोबाइल पर अचानक से एक मैसेज आता है जिसपर लिखा होता है 'डाउनलोड कीजिए ये फ्री एप और पाइए अपने बैंक खाते में 500 रुपये और भी बहुत कुछ.' आपके सोशल मीडिया एकाउंट्स फेसबुक, वाट्सएप पर आए दिन ऐसे मैसेज आते रहते हैं. हमारे और आपकी तरह के लोग ही लालच में आकर इसके शिकार बनते हैं और जैसे ही इन लिंक्स पर क्लिक करते हैं हो जाते हैं साइबर ठगी के शिकार. ऐसे लिंक वाले मैसेज आने के बाद हैकर आपके मोबाइल फोन का पूरा डाटा हैक कर लेता है जिसके बाद वो आसानी से आपके बैंक खाते पर हाथ फेर देता है.

ऐसे बिछाते हैं साइबर ठगी का जाल
बैंको के डिजीटलीकरण के बाद से साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शायद ही ऐसा कोई दिन जाता हो जब पुलिस के पास साइबर क्राइम की शिकायत न पहुंच रही हो. कई महीनों से पुलिस के पास फेसबुक एकाउंट हैकिंग के बहुत सारे मामले दर्ज किए गए है. आपको बता दें कि हैकर्स ने एसडीएम तक को नहीं बख्शा है जब बावल एसडीएम भी अपने सोशल मीडिया एकाउंट हैकिंग का शिकार हो चुके हैं तो आम आदमी की क्या बिसात. हैकरों ने फेसबुक एकाउंट हैकिंग के साथ ही बैंक खातों में से नकदी भी उड़ाना शुरू कर दिया है. आए दिन लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं.

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हैरान कर देने वाले इन मामलों की जड़ तक पहुंचने के लिए जब साइबर क्राइम की टीम ने अपनी जांच-पड़ताल शुरू की तो बड़ा खुलासा हुआ. हैकर्स मोबाइल यूजर के फोन से उसका डाटा चोरी करके इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. आपको बता दें हैकर्स का यह जाल बिहार और झारखंड जैसे राज्यों से संचालित किया जा रहा है. इन हैकर्स का सबसे बड़ा हथियार फर्जी एप हैं जिन्हें वो नई-नई स्कीम के तहत फ्री में डाउनलोड करने के लिए यूजर्स को पकड़ते हैं ये यूजर्स को ईनाम का लालच देते हैं जिसके बाद पूरे मोबाइल का डाटा हैक कर लेते हैं. आपको बता दें कि ज्यादातर लोगों के बैंक एकाउंट नंबर एटीएम पासवर्ड और अन्य निजी जानकारियां मोबाइल फोन में ही सेव रखते हैं.

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हैकर्स ने बनाया SBI के योनो एप का डुप्लीकेट वर्जन
देश के सबसे बड़े और भरोसेमंद बैंक एसबीआइ का भी फर्जी एप हैकर्स ने बना दिया है आपको बता दें कि एसबीआई बैंक की ओर से ऑनलाइन बैंकिंग के लिए योनो एप पिछले वर्ष ही लांच किया गया था. यहां सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि हैकर्स ने इस योनो एप का भी फर्जी वर्जन निकाल दिया है. आपको बता दें कि योनो एप का फर्जी एप ओरेजिनल एप से कुछ लाइट यानि की कम गिगाबाइट का होता है.

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फर्जी खातों का इस्तेमाल करते हैं हैकर्स
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हैकर्स अपने शिकार से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर लेते हैं फिर भी वो पकड़े नहीं जाते. इस बारे में जब साइबर एक्सपर्ट से बातचीत की गई तो एक्सपर्ट ने बताया कि हैकर कभी भी अपने खाते का प्रयोग नहीं करते वो ऐसे काम के लिए फर्जी खातों का इस्तेमाल करते हैं. ये ऐसे खाते होते हैं जो फेक आईडी पर खोले जाते हैं. जैसे ही हैकर किसी नए शिकार से ठगी करते हैं वो तुरंत इस फर्जी खाते में पैसा ट्रांसफर कर उससे पैसे निकाल कर गायब हो जाते हैं. बिहार और झारखंड के युवा इस खेल में माहिर हैं जामताड़ा गैंग भी इसी इलाके से आता है जहां पर ऑनलाइन ठगी का खूब खेल होता है.