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एसिड अटैक को बढ़ावा देने का फैसल सिद्दीकी पर लगा आरोप, TikTok बैन की उठी मांग

सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिक-टॉक (TikTok) का लगातार भारत में विरोध हो रहा है. सिर्फ मई में ही देखें तो इस एप को बैन करने की लगातार आवाज उठ रही हैं. लोग ट्विटर पर #BanTikTok ट्रेंड करा रहे हैं.

Updated on: 18 May 2020, 05:34 PM

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिक-टॉक (TikTok) का लगातार भारत में विरोध हो रहा है. सिर्फ मई में ही देखें तो इस एप को बैन करने की लगातार आवाज उठ रही हैं. लोग ट्विटर पर #BanTikTok ट्रेंड करा रहे हैं. प्ले स्टोर पर भी लोगों ने इस एप को निगेटिव रेटिंग दी है. जिसके टिकटॉक की रेटिंग 4.5 से सीधे 3.2 पर आ गिरी है. यह एक बहुत ही बड़ी गिरावट है. टिक टॉक पर सोशल मीडिया पर तरह तरह के आरोप लग रहे हैं. सोशल मीडिया में लोगों का कहना है कि टिकटॉक सॉफ्ट पॉर्न जैसे कॉन्टेंट को प्रमोट करता है और लव जिहाद को भी इस प्लेटफॉर्म पर ग्लोरीफाई किया जाता है.

TikTok VS YouTube

इस वक्त टिकटॉक बनाम यू-ट्यूब चल रहा है. यानी टिक टॉक बेहतर है या यू-ट्यूब? इसी लड़ाई में मशहूर यू ट्यूबर कैरी मिनाटी ने भी टिक टॉक को रोस्ट करने वाला एक वीडियो बनाया था. जिसे यू ट्यूब ने बिना कुछ स्पष्टीकरण दिए डिलीट कर दिया. जिसके बाद लोगों का गुस्सा टिकटॉक पर निकला था और इस एप को बैन करने की मांग उठी थी.

फिर उठी टिकटॉक बैन की मांग

सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिकटॉक पर एक वीडियो वायरल हुआ है. यह वीडियो फैजल सिद्दीकी नाम के एक यूजर का है. इस यूजर के 1.34 करोड़ फॉलोअर्स हैं. इस वीडियो में एसिड अटैक को महिमामंडित किया गया है. इसमें ऐसा दिखाया गया है जैसे अगर कोई लड़की किसी लड़के को रिजेक्ट करती है तो उस पर ऐसिड फेंकना जायज होगा. इस वीडियो में फैसल के साथ एक महिला भी है जिसने अपना चेहरा मेकअप कर एसिड अटैक विक्टिम जैसा दिखाने की कोशिश की है.

BJP नेता ने की कार्रवाई की मांग

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो के बाद बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा (Tejinder Pal Singh Bagga) ने ट्विटर पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की प्रमुख रेका शर्मा से इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की. जिसके बाद NCW प्रमुख ने मामले का संज्ञान लिया है और इसे लेकर टिकटॉक और मुंबई पुलिस को पत्र लिखा है.