इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शिखर वार्ता के दौरान फिलिस्तीन और यरुशलम के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। भारत ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत की 6 दिनों की यात्रा पर आए हैं। दोनों देशों के नोताओं के बीच हुई बातचीत के बाद साझा बयान भी जारी किया गया। लेकिन इसमें कहीं भी फिलिस्तीन का जिक्र नहीं किया गया था।
हालांकि दोनों देशों के नेताओं की बैठक में पश्चिमी एशिया के हालात पर भी चर्चा की गई।
वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच हुई बातचीत की जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) विजय गोखले ने कहा कि बातचीत के दौरान फिलिस्तीन का भी मुद्दा उठा।
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उन्होंने बताया, 'जहां तक फिलिस्तीन का संबंध है उस पर चर्चा हुई। भारत ने फिलिस्तीन और यरुशलम दोनों मुद्दों पर अपने रुख की जानकारी इजरायल को दी। लेकिन हमारे संबंध किसी एक मुद्दे से कहीं बड़े हैं। '
As far as the issue of Palestine is concerned, it was discussed. Our side made its stand clear on the issues of Palestine & Jerusalem but our relations are much larger than single issues: Vijay Gokhale, MEA Secretary (economic relations) pic.twitter.com/r14QBMUalT
— ANI (@ANI) January 15, 2018
हाल ही में ट्रंप ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी घोषित की था और संयुक्त राष्ट्र में उसके खिलाफ प्रस्ताव भी लाया गया था जिसका भारत ने समर्थन किया था।
दोनों देशों ने कृषि, साइंस-टेक्नॉलजी और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। इसके अलावा तेल, गैस और साइबर सिक्यॉरिटी पर भी बातचीत हुई और सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है।
हाल ही में भारत ने इजरायली कंपनी के साथ मिलकर भारत में स्पाइक ऐंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल बनाने की योजना को रद्द कर दिया था और इससे दोनों देशों के संबंधों को लेकर सवाल भी खड़े हुए।
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स्पाइक से संबंधित एक सवाल पर विदेश मंत्रालय गोखले ने कहा, 'रक्षा सहयोग पर दोनों देशों में बातचीत तो हुई, लेकिन इसके विस्तृत जानकारी नहीं दी जा सकती है।'
पीएम मोदी और इजरायली पीएम नेतन्याहू की बातचीत के बाद जारी किये गए साझा बयान में कहा गया है कि दोनों देशों की कंपनियां संयुक्त व्यापार के लिये तैयार हैं और इस दिशा में जल्द काम सुरू किया जाना चाहिये।
दोनों देशों ने आतंकवाद पर भी चर्चा की और उसे खत्म करने के उपायों पर भी बातचीत हुई है। हालांकि सीमापार से हो रहे आतंकवाद के लिए पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया गया।
साझा बयान में पाकिस्तान का नाम न लिये जाने के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हर बार किसी खास देश का नाम नहीं लिया जा सकता है। महत्वपूर्ण ये है कि दोनों आतंकवाद पर साथ हैं।
दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही मुक्त व्यापार समझौते पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत की गई।
दोनों देशों के बीच 9 समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए। जिसमें साइबर सिक्यॉरिटी, पेट्रोलियम, एयर ट्रांसपॉर्ट, स्पेस, होम्योपैथी, निवेश, बैटरी, सोलर थर्मल और जॉइंट फिल्म प्रोडक्शन जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
इजरायल में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र बनाने को लेकर भी चर्चा की गई है।
नेतन्याहू 18 जनवरी को मुंबई की यात्रा पर जाएंगे और वहां पर वो खास कार्यक्रम 'शलोम बॉलिवुड' में शिरकत करेंगे।
उन्होंने कहा, 'मैं और मेरी पत्नी बहुत खुश हैं कि हम बॉलिवुड जा रहे हैं। हम इसे प्रत्यक्ष रूप से देखना चाहते हैं।'
विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) विजय गोखले ने भी बताया कि यहूदी समुदाय में बॉलिवुड कितना लोकप्रिय है।
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गोखले ने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल के प्रतिनिधिमंडल के लिये लंच का आयोजन किया तो लाइव बैंड ने 'ईचक दाना बीचक दाना' गाना गाना शुरू किया तो इजरायल का प्रतिनिधिमंडल उत्साहित और खुश हो गया।
उन्होंने बताया कि वास्तव में वो सभी ये कहने लगे कि वो इस गाने को जानते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि फिल्में दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने का अच्छा जरिया बन सकती हैं।
दोनों देशों के बीच फिल्म और डॉक्यूमेंटरी प्रोडक्शन को लेकर भी करार हुआ है। इससे दोनों देशों के फिल्म उद्योग को फायदा पहुंचेगा।
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Source : News Nation Bureau