मोबाइल भुगतान और ई-कॉमर्स कंपनी पेटीएम ने देशभर में व्यापारियों को शिक्षित करने के लिए 100 सदस्यों वाले व्यापारी हेल्पडेस्क की घोषणा की है। इसके जरिए यह बताया जाएगा कि आप पेटीएम कैसे इस्तेमाल करें और कई बार पैसे समय पर भेजने में होनी वाली देरी की वजह क्या-क्या है।
ये भी पढ़ें: नोटबंदी पर विपक्षी एकता में दरार, प्रेस कांफ्रेस में नहीं शामिल होगी सीपीएम
इस कार्यक्रम के तहत यह हेल्पडेस्क लोगों को यह समझाएगी कि कुछ स्थितियों में पैसे भेजने में देरी अक्सर बैंकिंग सिस्टम के कारण होती है। बैंकिंग सिस्टम ज्यादा वर्क लोड की वजह से भारी दबाव से गुजर रहा होता है या फिर उनकी ओर से डाउनटाइम या नेटवर्क की गड़बड़ी के कारण प्रतिक्रिया नहीं दे पाते हैं।
पेटीएम के उपाध्यक्ष सुधांशु गुप्ता ने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता अपने उन साझेदारों को शिक्षित करना है, जो पेटीएम का प्रयोग कर भुगतान स्वीकार करते हैं।'
कंपनी ने एक टोल-फ्री नंबर 1800 1800 1234 भी लॉन्च किया है, जो गैर-स्मार्टफोन और गैर-इंटरनेट प्रयोक्ताओं को पेटीएम का प्रयोग कर पैसों का भुगतान करने या प्राप्त करने में मदद करता है।
पेटीएम ऐप सभी के लिए डिजिटल भुगतानों को एक्सेसिबल बनाने के लिए हिंदी सहित 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है।
HIGHLIGHTS
- कंपनी ने एक टोल-फ्री नंबर भी किया लॉन्च
- हिंदी समेत 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है ऐप
Source : IANS