प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमुद्रीकरण के फैसले के बाद मोबाइल से लेन-देन करवाने वाली कंपनी पेटीएम ने अखबारों में एक विज्ञापन निकल जो विवादों में फंसता दिखाई दे रहा है। इस विज्ञापन में नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी और कहा गया था कि आज़ादी के बाद यह सबसे साहसिक आर्थिक फैसला है। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर ने भी इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कुछ ट्वीट्स किये।
यह भी कहा गया की अब एटीएम नहीं, पेटीएम करो. साथ ही फ्रीचार्ज, ओला और स्नैपडील ने भी ऐसे ही विज्ञापन निकाले लेकिन उनमें प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर नहीं थी।
सरकार के इस फैसले के बाद पेटीएम के ई-वॉलेट में एक हज़ार फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गयी। घोषणा के कुछ घंटों के भीतर पेटीएम पर लेन-देन में भी 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई। केजरीवाल ने भी इस मसले पर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए ट्वीट किया कि क्या पेटीएम और पीएम के बीच कोई डील थी।
मंगलवार की रात 500 और 1000 के नोटों का सर्कुलेशन अमान्य कर दिया गया था जिस वजह से आम लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एटीएम के आगे लंबी लाइनें लग गईं थीं और लोग कैश की दिक्कतों से जूझ रहे थे।
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इससे पहले मुकेश अंबानी ने जिस दिन 4जी सेवा 'जिओ' शुरू किया था, उस दिन भी तकरीबन तमाम बड़े अखबारों में मोदी की तस्वीर वाला विज्ञापन लगाया गया था।
Source : News Nation Bureau