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देश में ऐसे माहौल की जरूरत ताकि लोग खुद टैक्स अदा करने के लिए आगे आएं:जेटली

जेटली ने कहा अब देश को जरूरत है कि सेवाओं को हम और अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकें ताकि लोगों को अच्छी से अच्छी सेवा मिल सके

Updated on: 26 Dec 2016, 05:01 PM

नई दिल्ली:

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि भविष्य के लिए हमें देश में ऐसा माहौल बनाना पड़ेगा जिसमें लोग अपने हिस्से का टैक्स चोरी करने की जगह खुद उसका भार उठाने के लिए तैयार रहें।

अरुण जेटली ने ये बातें सीमा शुल्क और नशीले पदार्थों की राष्ट्रीय अकादमी के आतंरिक राजस्व सेवा के अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही।

जेटली ने कहा अब देश को जरूरत है कि सेवाओं को हम और अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकें ताकि लोगों को अच्छी से अच्छी सेवा मिल सके।

इसके लिए देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को निचले दर के टैक्सेशन के अंदर लाने की जरूरत है, ताकि कुछ लोगों पर लगने वाले उच्च टैक्स दर को बांट कर उस दर को कम किया जा सके।

अभी जिन लोगों पर टैक्स लगता है वो टैक्स की उच्च दर होने के कारण ही अपनी आमदनी छुपाकर सरकार से टैक्स बचाने की कोशिश में लगे रहते हैं।

वित्त मंत्री ने कहा इसलिए जरूरी है कि देश में हम ऐसा माहौल बनाए जिससे लोग खुद नियमों के तहत अपनी मर्जी से टैक्स भरने के लिए आगे आएं।

टैक्स को लेकर वित्त मंत्री जेटली ने कहा हमारे देश में आजादी के बाद से करीब 70 सालों में ये धारणा बनी हुई है कि टैक्स चुराकर सरकारी राजस्व को नुकसाना पहुंचाना कोई गलत काम नहीं है।

इसे कारोबारी सूझबूझ का हिस्सा माना जाता है, लेकिन इसके काफी गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

 

वित्त मंत्री ने कहा देश में विकास के लिए हर नागरिक का टैक्स देना दायित्व बनता है।