बिहार विधान सभा में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच हुई बहस को लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष की बात एक दारोगा नहीं सुनता तो समझिए विधायक और सांसद तथा पंचायत के जनप्रतिनिधियों की स्थिति क्या है।
तेजस्वी सोमवार को बेतिया में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने समझ में नहीं आता की यह सरकार कौन चला रहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कहते हैं कि उनकी बातें थाना प्रभारी नहीं सुनते। उन्होंने कहा कि अफसरशाही हावी है, सरकारी कार्यालयों में बिना रिश्वत का काम नहीं होता।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विधायक व मंत्री भी कहने लगे हैं कि चपरासी तक उनकी बात नहीं सुनते।
इधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सदन में मुख्यमंत्री के भड़कने पर अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानें तो विधायक, सदन और सभापति के पास कोई अधिकार नहीं हैं! विधानसभा बस हो हल्ला मचाकर विपक्ष को धमकाने और उनके विधायकों को पिटवाने के लिए है। सर्वोच्च न्यायालय ने ठीक फरमाया कि बिहार में पूर्णत: पुलिस राज है और इसका श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है।
इससे पहले, सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लखीसराय के एक मामले को लेकर विधानसभा में भड़क गए और आसान की ओर इशारा कर यहां तक कह दिया कि संविधान का खुलेआम उल्लंघन हो रहा। उन्होंने कहा कि इस तरह सदन नहीं चलेगा। इस पर, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी कहा कि, आप ही बोलिए, जैसे आप कहेंगे, वैसे ही चलेगी।
लखीसराय के एक मामले पर विधानसभा में आए दिन हो रहे हंगामे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि, एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं। हम उसपर जरूर विचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह मामला विशेषाधिकार समिति को दिया गया है, जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उसपर जरूर विचार करेंगे और देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध के मामले में रिपोर्ट कोर्ट में जाती है। उन्होंने आक्रामक तेवर में कहा ऐसा मत करिए जो चीज जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए. किसी तरह का भ्रम है, तो बातचीत की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष सिन्हा ने कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मामला है। जब भी क्षेत्र में जाता हूं तो लोग सवाल पूछते हैं कि थाना प्रभारी और डीएसपी की बात नहीं कह पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आसन को हतोत्साहित करने की बात ना हो।
उन्होंने यह भी कहा, मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं, मैं आपसे सीखता हूं। आपलोगों ने ही मुझे यहां बैठाया है।
उल्लेखनीय है कि लखीसराय के डीएसपी और दो थाना प्रभारी पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। भाजपा और राजद के विधायक इसे लेकर हंगामा करते रहे हैं।
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Source : IANS