बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से हो रही लोगों की मौत की घटनाओं के बाद शराबबंदी को लेकर समीक्षा करने की मांग की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शनिवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शराबबंदी कानून को बने पांच से छह साल हो गए और अब एकबार समीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, शराबबंदी कानून को एकबार फिर से रिव्यू करने की आवश्यकता तो है ही, हर हालत में रिव्यू करने की जरूरत है।
उन्होंने शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए आगे कहा, शराबबंदी एक अच्छे उद्देश्य से और महिलाओं के पक्ष में लाया हुआ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत ही बढ़िया, बहुत प्रयास है। प्रशासन अपने स्तर पर मेहनत भी कर रहा है. लेकिन जहां शराबबंदी नहीं है, वहां भी अवैध शराब बनते हैं और वहां भी इस तरह की घटनाएं होती हैं। इसलिए इस घटना को केवल शराबबंदी से जोड़ना सही नहीं होगा।
जायसवाल ने और साफ करते हुए कहा कि जिन स्थानों पर प्रशासन की भूमिका संदेहास्पद है, उसके बारे में सरकार को जरूर चिंता करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। यहां किसी भी प्रकार की शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है। इस बीच पिछले एक पखवारे में राज्य के विभिन्न जिलों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को नीतीश कुमार ने भी छठ पर्व के बाद शराबबंदी को लेकर अधिाकरियों के साथ समीक्षा करने की बात कही है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि गलत चीज को ग्रहण कीजिएगा तो यह नौबत आएगी। उन्होंने शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने पर भी बल दिया है।
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Source : IANS