बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में लड़ने की घोषणा की है। मांझी ने कहा कि गठबंधन में बात करेंगे बात बनी तो ठीक नहीं तो अकेले लड़ने की बात होगी तब भी लड़ेंगे। मांझी ने इस क्रम में फिर कहा कि वह ब्राह्मण नहीं, ब्राह्मणवाद का विरोध करते हैं।
उन्होंने यहां तक कहा कि अल्पज्ञानी, मांस-मदिरा का सेवन करने वाले और गरीबों को मूर्ख बनाने वाले पाखंडी पुजारियों का विरोध करता हूं और करता रहूंगा।
मांझी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में उत्तर प्रदेश जाउंगा, कुछ लोगों ने वहां आमंत्रित किया है। इसके बाद निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन है और उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन है। गठबंधन में बात करेंगे, बात बनी तो ठीक नहीं तो अकेले भी चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि गठबंधन में दावा करेंगे तो ऐसा नहीं कि सीट नहीं मिलेगी। मांझी ने कहा कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में अपने लोगों से चर्चा कर इसका निर्णय लेंगे।
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ब्राह्मणों पर विवादास्पद बयान को लेकर एकबार फिर नया बयान दिया है। मांझी ने कहा कि वह ब्राह्मण नहीं, ब्राह्मणवाद का विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा, अल्पज्ञानी, मांस-मदिरा का सेवन करने वाले और गरीबों को मूर्ख बनाने वाले पाखंडी पुजारियों का विरोध करता हूं और करता रहूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि ये ऐसे लोग होते हैं, जो मांस खाते हैं, मदिरा पीते हैं और पूजा भी कराने आते हैं। ये अनुसूचित और दलित टोले में जाकर पूजा के नाम पर पैसे लेते हैं, लेकिन उस घर का खाना तक नहीं खाते हैं और ना ही पानी पीते हैं।
उन्होंने कहा कि हमने पंडित या ब्राह्मण समाज के ऊपर कोई टिप्पणी नहीं की थी।
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Source : IANS