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औपनिवेशिक दौर का राजद्रोह कानून खत्म होना ही चाहिए : दीपंकर भट्टाचार्य

औपनिवेशिक दौर का राजद्रोह कानून खत्म होना ही चाहिए : दीपंकर भट्टाचार्य

Updated on: 16 Jul 2021, 10:40 PM

पटना:

भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा कि औपनिवेशिक दौर का राजद्रोह कानून खत्म होना ही चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल के दिनों में इस कानून का व्यापक दुरूपयोग किया गया है।

भट्टाचार्य ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा औपनिवेशकालीन राजद्रोह कानून पर की गई टिप्पणी को बेहद प्रासंगिक बताया है। उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी में अदालत ने कहा कि आजाद देश में औपनिवेशिक दौर के कानून की क्या जरूरत है? जिस कानून को गांधी व अन्य स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं को दबाने के लिए लाया गया था, वह कानून अब तक क्यों चल रहा है?

भाकपा (माले) के महासचिव ने कहा, हमने देखा है कि हाल के दिनों में इस कानून का व्यापक दुरूपयोग किया गया है और सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलनों में कार्यकर्ताओं को राजद्रोह कानून के तहत प्रताड़ित होते हुए देखा है।

भट्टाचार्य ने मांग करते हुए कहा कि, इस साल हम 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगें। इस अवसर पर ऐसे औपनिवेशिक कानूनों को खत्म कर 75 वें स्वतंत्रता दिवस का सेलिब्रेशन किया जाना चाहिए।

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