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भारत में मरीजों के ठीक होने की दर अमेरिका से 20 गुना बेहतर

भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) पीड़ितों के ठीक होने की दर अमेरिका से 20 गुना ज्यादा है. अमेरिका में जब संक्रमण के 1 लाख मामले थे तब सिर्फ दो फीसदी लोग ही बीमारी से उबर पाए थे. जबकि भारत में करीब 40 फीसदी लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.

Updated on: 19 May 2020, 06:05 PM

नई दिल्ली:

भारत में कोरोना पीड़ितों के ठीक होने की दर अमेरिका से 20 गुना ज्यादा है. अमेरिका में जब संक्रमण के 1 लाख मामले थे तब सिर्फ दो फीसदी लोग ही बीमारी से उबर पाए थे. जबकि भारत में करीब 40 फीसदी लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. दुनिया के कई देशों के मुकाबले भारत में लोगों के स्वस्थ होने की दर काफी ज्यादा है.

नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा कि हमारी स्थिति काफी बेहतर है. उन्होंने लिखा कि देश में प्रति दस लाख लोगों में सिर्फ 2 लोगों की मौत हो रही है, जबकि अमेरिका में यह संख्या 275 और स्पेन में 591 है. भारत में मृत्युदर करीब तीन फीसदी है और ठीक होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

कहां कितने फीसदी लोग स्वस्थ हुए

दुनिया में अगर कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की बात करें तो अमेरिका में दो प्रतिशत, रूस में 11, इटली में 14, तुर्की में 18, फ्रांस में 21, स्पेन में 22, जर्मनी में 29 और भारत में 40 प्रतिशत कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.

कहा जा रहा है कि भारत में सही समय पर कोरोना को लेकर जरूरी कदम उठाए गए हैं. अस्पतालों में सुविधाएं तेजी से बढ़ाई गईं. जिसके कारण से संक्रमण काफी देर से फैला और स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुसत होने से सही इलाज मिला. जागरुकता के कारण लोग जल्दी अस्पतालों तक पहुंचें और उपचार कराया. भारत में युवाओं की संख्या ज्यादा और उनका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने के कारण भी मदद मिली है.

भारत से कम थी अमेरिका में मौतें

एक लाक संक्रमण पर अमेरिका-जर्मनी समेत कई देशों में भारत से कम मौतें हुई थीं. हालांकि, बाद में अमेरिका में तेजी से यह मामले बढ़े और मरने वालों की संख्या 90 हजार से ज्यादा हो गई. एक लाख के संक्रमण पर रूस में 1073, जर्मनी में 1584, अमेरिका में 2110, तुर्की में 2491, भारत में 3163, ब्राजील में 7025, स्पेन में 9387, फ्रांस में 10869, इटली में 11591 मरीजों की मौत हुई है.