मशहूर इतिहासकार और भारतीय-अमेरिकी लेखक पार्था चटर्जी के आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत की तुलना 'जनरल डायर' से कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। बता दें कि चटर्जी ने 2 जून को कश्मीर पर लेख लिखा। चटर्जी ने पत्थरबाज को मानव ढाल बनाने के मेजर लितुल गोगोई की प्रशंसा के विरोध में ये तुलना की।
उन्होंने लिखा कि जम्मू-कश्मीर में सेना वैसे ही नये आइडियाज अपना रही है, जैसे जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने किया था। उन्होंने अपने लेख में लिखा है कि कश्मीर में कुछ वैसे ही हालात हैं जैसे अंग्रेजों के दौर में थे।
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चटर्जी अपने लेख की शुरुआत जनरल डायर के कोट से करते हैं जिसमें वह जलियांवाला बाग हत्याकांड को अपनी ड्यूटी बताकर जस्टिफाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि ठीक जनरल डायर की तरह आज आर्मी चीफ कश्मीर में चल रहे डर्टी वॉर को ड्यूटी बताकर डिफेंड कर रहे हैं।
चटर्जी ने अंग्रेजी वेबसाइट 'द वायर' पर 'इन कश्मीर, इंडिया इज विटनेसिंग इट्स जनरल डायर मोमेंट' टाइटल से ये लेख लिखा है।
चटर्जी को अपने इस लेख की वजह से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। चटर्जी के इस लेख के बाद ना सिर्फ सोशल मीडिया बल्कि कई राजनीतिक दल भी आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के समर्थन में उतर आए हैं। हालांकि चटर्जी अपने बयान पर कायम हैं।
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HIGHLIGHTS
- लेखक पार्था चटर्जी के आर्मी चीफ बिपिन रावत की तुलना 'जनरल डायर' से की
- चटर्जी ने कहा-मानव ढाल को डिफेंड करना जलियावाला बाग में जनरल डायर जैसा
Source : News Nation Bureau