सर्जिकल स्ट्राइक एजेंडे को स्थायी समिति की बैठक से हटाए जाने पर कांग्रेसी सदस्य नाराज़
कांग्रेस का कहना है कि संसदीय समिति को सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में उसी तरह जानकारी दी जानी चाहिए जैसे विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाकर दी गई थी।
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने रक्षा मामलों पर स्थायी समिति की बैठक का एजेंडा आखिर समय में बदले जाने का विरोध किया है। शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति की बैठक से पहले इसमें शामिल कांग्रेस के दो वरिष्ठ सदस्यों अंबिका सोनी और मधुसूदन मिस्त्री ने आधिकारिक बयान जारी कर एजेंडा बदलने का खुला विरोध किया है।
पार्टी ने मांग कि है कि मूल एजेंडा (जिसमें सर्जिकल स्ट्राइक का मसला भी था) को 14 अक्टूबर को होनेवाली समिति की बैठक में शामिल किया जाए। इस मुद्दे पर समिति के चेयरमैन बी सी खंडूरी को बाक़ायदा शिकायती ख़त भी समिति में शामिल कांग्रेस के सदस्यों ने लिखा है।
Standing committee of Defence had to brief on #surgicalstrike but they have changed agenda,we have written to chief:Madhusudan Mistry,Cong pic.twitter.com/0wGY8V964B
— ANI (@ANI_news) October 13, 2016
कांग्रेस का कहना है कि संसदीय समिति को सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में उसी तरह जानकारी दी जानी चाहिए जैसे विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाकर दी गई थी। उनके अनुसार सांसद भी गोपनीयता के शपथ से बंधे होते हैं और इसके बावजूद सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी नहीं देने का रूख सांसदों पर अविश्र्वास करने के बराबर है जो उन्हें कतई स्वीकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि मीडिया से उन्हें जानकारी मिली है कि स्पेशल फोर्स के पास हथियारों की कमी है और अगर ऐसा है तो ये चिंताजनक है। इसलिए ज़रूरी है कि इन मुद्दों पर भी चर्चा की जाए।
आपको बता दें कि 16 नवम्बर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरु हो रहा है, ऐसे में सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति संसदीय कार्यवाही के दौरान भी दिखाई दे सकती है।
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