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संसद POK को भारत में शामिल करने के लिए सेना को आदेश दे : अजमेर दरगाह दीवान

अजमेर दरगाह के दीवान दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने शनिवार को कहा कि फौज को पीओके वापस लेने का आदेश दिया जाना चाहिए.

Updated on: 12 Jan 2020, 04:00 AM

अजमेर:

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के बारे में सेना प्रमुख मनोज मुकंद नरवणे के बयान का स्वागत करते हुए अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने शनिवार को कहा कि फौज को पीओके वापस लेने का आदेश दिया जाना चाहिए. खान ने ट्वीट किया, ‘‘जब सेना है तैयार तो किस का है इंतेज़ार. भारतीय संसद को सेना को आदेश देना चाहिए कि वह पीओके को भारत में सम्मिलित करे.

अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने लिखा है कि भारत अपने इस अभिन्न हिस्से को वापस लाकर कश्मीर को सम्पूर्ण कश्मीर बनाए बल्कि अखंड कश्मीर का सपना भी पूरा करे. सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को कहा कि यदि सेना को संसद से आदेश मिलता है तो वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को अपने नियंत्रण में ले सकती है.

बता दें कि आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को कहा कि सरकार आदेश दे तो वह पीओके को भारत का हिस्सा बना देंगे. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का बनना सबसे बड़ा कदम है. इससे ने सिर्फ भविष्य के ऑपरेशन में आसानी होगी बल्कि सेनाओं के बीच भी तालमेल बेहतर होगा.

आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार के प्रेसवार्ता में कहा कि जवान हमारी सबसे बड़ी तालक हैं. भविष्य में उनकी ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति चाहे तो पीओके भारत का हिस्सा हो सकता है. इस समस्या का स्थाई समाधान यही है कि पूरा जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा हो. अगर संसद चाहे तो पूरा पीओके भारत का हिस्सा हो सकता है. हमें इसके लिए जब भी आदेश मिलेगा, हम जरूरी एक्शन लेंगे.

जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा कि जहां तक आर्मी का सवाल है हम कम समय में ही अपने ऑपरेशन को अंजाम दे देंगे. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में सेना को सशक्त बनाने के लिए जिसने फैसले लिए गए हैं उनमें सीडीएस का बनना काफी महत्वपूर्ण है. इस फैसले का असर भविष्य में देखने को मिलेगा. तीनों सेनाओं के बीच तालमेल काफी जरूरी है. इसमें सीडीएस की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.