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लोकसभा में बोलते हुए अमित शाह
संसद में बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन आगे बढ़ाने के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे परिवार को आरक्षण देने के प्रस्ताव संबंधित बिलो पर चर्चा कर रहे हैं. अमित शाह ने संसद में कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार ने आतंक के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और मुझे यकीन है कि हम अपने नागरिकों की मदद से इसे हासिल करने में सफल होंगे.'
HM Amit Shah in Lok Sabha: Narendra Modi Govt has adopted a zero tolerance policy towards terror and I am sure we will be successful in achieving it with the help of our citizens pic.twitter.com/nFuUuybeb9
— ANI (@ANI) June 28, 2019
93 बार कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में लगाए राष्ट्रपति शासन
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर वार करते हुए अमित शाह ने कहा, 'वे कह रहे हैं कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को रौंद रहे हैं. इस समय से पहले, अब तक 132 बार, अनुच्छेद 356 लगाया गया है (राष्ट्रपति शासन), जिसमें से 93 बार कांग्रेस ने किया है. अब ये लोग हमें लोकतंत्र सिखाएंगे?'
HM Amit Shah in Lok Sabha: They are saying we are trampling democracy in J&K. Before this time, till now 132 times, article 356 has been imposed(President's rule), out of which 93 times Congress has done it. Now these ppl will teach us democracy? pic.twitter.com/RjirsyrEDs
— ANI (@ANI) June 28, 2019
गृह मंत्री अमित शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, 'कश्मीर में आतंकवाद के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. कश्मीर समस्या के लिए सरदार पटेल की राय नहीं ली गई थी. कांग्रेस जैसा देश चलाती थी वैसा हम नहीं चलाते हैं.'
देश के विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में निष्पक्ष चुनाव कराए जाएंगे. घाटी में लोकतंत्र बहाल रखना हमारी पहली प्राथमिकता है. आज बंगाल भारत में है तो इसका श्रेय श्यामा प्रसाद जी को है. जम्मू-कश्मीर के चुनाव में सरकार का दखल नहीं है. देश के विभाजन के लिए सिर्फ कांग्रेस जिम्मेदार है. नेहरू की भूल आज देश भुगत रहा है. बीजेपी आतंकियों को घर में घुसकर मारने पर विश्वास करता है.'
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अमित शाह ने कहा कि युद्धविराम के लिए किसने वापस बुलाया? यह जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने इसे किया और उस हिस्से (पीओके) को पाकिस्तान को दे दिया. आप कहते हैं कि हम विश्वास में नहीं आते, लेकिन नेहरू जी ने तत्कालीन एचएम को विश्वास में लिए बिना ऐसा किया. इसलिए मनीष (तिवारी) जी हमें इतिहास नहीं सिखाए.
Home Minister Amit Shah in Lok Sabha: Why wasn't Jamaat-e-Islami banned till date? Who did you want to please? It was BJP govt that banned Jamaat-e-Islami. Who put the ban on JKLF? It was BJP who did it. pic.twitter.com/g0j1e35zKm
— ANI (@ANI) June 28, 2019
अमित शाह ने कहा कि हम टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य नहीं है
अमित शाह ने कहा कि भारत को तोड़ने वालों की मंशा कभी पूरी नहीं होगी. हम टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य नहीं हैं. भारत के विरोध करने वाले के मन डर होना चाहिए. जमाए-ए-इस्लामी पर अब तक बैन क्यों नहीं लगा. आप किसे खुश करना चाहते थे? यह भाजपा सरकार थी जिसने जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगा दिया था. जेकेएलएफ पर प्रतिबंध किसने लगाया? यह भाजपा ने ही किया था.
Home Minister Amit Shah in Lok Sabha: Why wasn't Jamaat-e-Islami banned till date? Who did you want to please? It was BJP govt that banned Jamaat-e-Islami. Who put the ban on JKLF? It was BJP who did it. pic.twitter.com/g0j1e35zKm
— ANI (@ANI) June 28, 2019
कश्मीर की समस्या के जड़ में जाना होगा
आज कांग्रेस सवालों का जवाब देने से बच रही है. कश्मीर की समस्या के जड़ में जाना होगा. कश्मीर में सिर्फ तीन परिवारों का ही शासन क्यों है. हम कश्मीर के लोगों को गले लगाना चाहते हैं. अमित शाह ने कहा कि पहले कांग्रेस के इशारे पर चुनाव आयोग काम करता था. चुनाव आयोग जब भी तय करेगा तब घाटी में चुनाव होगा.
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सीमा पर रहने वालों की जान बहुत कीमती है. कुछ लोगों ने कश्मीर के लोगों के मन में डर पैदा किया है. हम कश्मीर की जनता की चिंता करने वाली सरकार हैं. कांग्रेस की सरकार में जनता के अधिकार छिन गए. धर्म के आधार पर देश का बंटवारा गलत है. हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को 80 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया है.
संसद में अमित शाह के भाषण के दौरान कई बार कांग्रेस ने हंगामा किया. नेहरू जी का नाम लेने पर कांग्रेस ने काफी हो हल्ला किया. वहीं, लोकसभा में पाकिस्तान शेम-शेम नारे भी लगे हैं.