पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल पर 2015 बहिबल कलां गोलीकांड में संलिप्तता का आरोप

साल 2015 में बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी और उसी के परिणामस्वरूप कोटकापुरा और बहिबल कलां में हुई फायरिंग मामले में जस्टिस रणजीत आयोग की रिपोर्ट में प्रकाश सिंह बादल को भी जिम्मेदार ठहराया गया है।

साल 2015 में बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी और उसी के परिणामस्वरूप कोटकापुरा और बहिबल कलां में हुई फायरिंग मामले में जस्टिस रणजीत आयोग की रिपोर्ट में प्रकाश सिंह बादल को भी जिम्मेदार ठहराया गया है।

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saketanand gyan
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पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल पर 2015 बहिबल कलां गोलीकांड में संलिप्तता का आरोप

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (फाइल फोटो)

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मुश्किल में घिर सकते हैं। साल 2015 में बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी और उसी के परिणामस्वरूप कोटकापुरा और बहिबल कलां में हुई फायरिंग मामले में जस्टिस रणजीत आयोग की रिपोर्ट में प्रकाश सिंह बादल को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। पंजाब विधानसभा में सोमवार को पेश किए गए इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह साफ है कि प्रकाश सिंह बादल न सिर्फ जिला प्रशासन के संपर्क में थे बल्कि वे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के संपर्क में भी थे।

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14 अक्टूबर को कोटकापुरा और बहिबल कलां गोलीकांड में दो लोगों की मौत हो गई थी। पंजाब सरकार के पास इस गोलीकांड की रिपोर्ट करीब दो महीनें पहले ही मिली थी जिसे आज पेश किया गया।

विधानसभा में रिपोर्ट पेश करने के बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। अप्रैल 2017 में गठित इस आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोटकापुरा में पनप रही स्थिति के बारे में और पुलिस के द्वारा की जाने वाली प्रस्तावित कार्रवाई के बारे में भी बादल को जानकारी थी।

इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इसे 'रद्दी कागज' बता दिया और कहा कि यह मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के आवास पर तैयार की गई। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में कोई सच्चाई नहीं है। एसएडी ने आरोप लगाया कि बेअदबी की घटना के लिए आरोप लगाकर अकालियों को कांग्रेस बदनाम कर रही है।

बता दें कि 12 अक्टूबर 2015 को फरीदकोट जिले के बरगाड़ी गांव में गुरु ग्रंथ साहिब के फटे हुए पन्ने मिले थे। इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने 14 अक्टूबर को बहिबल कलां गांव में गोलियां चलाई जिसमें दो सिख लोगों की मौत हो गई थी।

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इसके अलावा कोटकापुरा में गोली से एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हुआ था और पुलिस के लाठी चार्ज में कई लोग घायल हुए थे।

पुलिस की कार्रवाई का मामला पंजाब चुनाव के दौरान खूब जोर-शोर से उछला था। कांग्रेस ने लोगों को भरोसा दिलाया था कि दो लोगों की हत्या करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Source : News Nation Bureau

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