फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने सोमवार को यहां अपने माली समकक्ष कर्नल सादियो कैमारा से मुलाकात के बाद कहा कि फ्रांस माली में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखेगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस माली को नहीं छोड़ेगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।
उन्होंने कहा, पिछले आठ वर्षो से, फ्रांस ने माली अधिकारियों के अनुरोध पर, सशस्त्र आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई में माली का साथ दिया है।
यह मालियन सशस्त्र बलों (एफएएमए) के पुनर्गठन में मदद करने के लिए सहयोग बढ़ाकर प्रणाली को विकसित करने का समय है।
उनकी यात्रा माली और रूसी समूह वैगनर के बीच एक संभावित अनुबंध की वजह से विवाद के समय हो रही है, जिसमें कहा गया था कि 1,000 रूसी भाड़े के सैनिकों को जल्द ही देश में तैनात किया जाना चाहिए।
फ्रांस और जर्मनी ने चेतावनी दी है कि रूसी समूह के अर्धसैनिक बलों की तैनाती माली में उनकी सैन्य भागीदारी पर सवाल उठाएगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS