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पेरिस पुस्तक महोत्सव : भारतीय ज्ञान प्रणाली और आयुर्वेद पर हो रही है चर्चा

पेरिस पुस्तक महोत्सव : भारतीय ज्ञान प्रणाली और आयुर्वेद पर हो रही है चर्चा

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IANS
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Pari Book

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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पेरिस पुस्तक महोत्सव 2022 में यूरोपीय देशों और पश्चिमी सभ्यता की बहुलता के बीच भारतीय आयुर्वेद पर चर्चा की जा रही है। आयुर्वेद से जुड़े भारतीय विशेषज्ञों को पेरिस पुस्तक मेले में विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। पेरिस में हो रहे इस अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में भारतीय ज्ञान प्रणाली का भी जिक्र है। पेरिस के इस अंतरराष्ट्रीय मंच के माध्यम से भारतीय विशेषज्ञ दुनिया को बता रहे हैं कि आखिर भारतीय ज्ञान प्रणाली से दुनिया को क्या हासिल हुआ है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पेरिस पुस्तक मेले के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि पेरिस में विज्ञान पर आयोजित एक विशेष सत्र में भारतीय आयुर्वेद पर चर्चा की गई है। शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि यहां पर इसमें भारतीय ज्ञान प्रणाली और इस ज्ञान प्रणाली ने दुनिया को क्या प्रदान किया है इस पर भी चर्चा हो रही है। इसके साथ ही पेरिस में आयुर्वेद का विज्ञान पर आधारित एक भारतीय पुस्तक के फ्रेंच संस्करण का विमोचन किया गया।

गौरतलब है कि कोरोनावायरस के कारण दो वर्षों के लंबे इंतजार के बाद पेरिस पुस्तक मेला 21 अप्रैल से शुरू किया गया है। विश्व भर में फैले कोरोना संक्रमण के कारण बीते 2 वर्षों से इस पुस्तक मेले का आयोजन नहीं किया जा सका था। हालांकि अब पुस्तक प्रेमियों के लिए यह सुखद क्षण है जबकि मेले का शुभारंभ किया गया है। पेरिस पुस्तक मेले की एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इसमें भारत कंट्री ऑफ ऑनर यानी सम्मानित अतिथि होगा। इसके साथ ही भारत के कई प्रसिद्ध लेखक व साहित्यकार पेरिस पुस्तक मेले में आयोजित होने वाली चर्चाओं का हिस्सा बन रहे हैं।

खास बात यह भी है कि इस पुस्तक मेले में भारत को कंट्री ऑफ ऑनर यानी सम्मानित अतिथि बनाया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मुझे यकीन है कि पेरिस पुस्तक मेला हमारी साहित्यिक और भाषाई विविधता का जश्न मनाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।

पेरिस पुस्तक मेले में जहां भारत एक सम्मानित अतिथि होगा वहीं 11 भारतीय भाषाओं के 30 से अधिक लेखक पेरिस पुस्तक मेले में इतिहास, समाज, विविधता और समकालीन मसले पर चर्चा कर रहे हैं।

फेस्टिवल डु लिवरे डे पेरिस की वेबसाइट ने भारत के नाम एक चिट्ठी भी प्रकाशित की है। इसमें लिखा गया है कि महामारी के कारण दो सालों तक कार्यक्रम स्थगित रहा और अब जब इसकी शुरूआत हो रही है हम भारत का सम्मानित अतिथि के रूप में स्वागत करने का इंतजार कर रहे हैं। यह भी जानकारी दी गई है कि अगले महीने दिल्ली में आयोजित होने जा रहे पुस्तक मेले में फ्रांस अतिथि होगा।

आयोजकों के मुताबिक, यह सिंडिकेट नेशनल डी एलएडिशन और राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के बीच घनिष्ठ और ठोस साझेदारी का प्रमाण है जिसे भारत में फ्रांसीसी दूतावास का समर्थन प्राप्त है। आयोजकों ने भारतीयों और भारतीय मूल के नागरिकों से मेले में आने की अपील की है।

पेरिस पुस्तक मेले में भारतीय लेखक शोभा नारायण, संजीव सान्याल, मनु जोसफ, गीतांजलि श्री, आंचल मल्होत्रा, संदीप रॉय, विजल वछराजनी, दीपक उन्नीकृष्णन, पूर्व राजनायिक विकास स्वरूप, अनुराधा रॉय, कार्तिका नायर और पेरुमल मुरुगन की भागीदारी है। पुस्तक मेले में एंट्री फ्री रखी गई है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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