जयललिता की मौत का मामला एक बार फिर से उठ रहा है। उनके वफादार और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने उनकी मौत की जांच की मांग की है।
जयललिता के 69वें जन्म दिन पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पन्नीरसेल्वम ने कहा कि सीएम रहते उन्होंने जयललिता की मौत के कारणों की जांच शुरू करवाई थी लेकिन अब सब कुछ उलट गया है। सरकार को उनकी मौत की जांच करवानी चाहिये।
उन्होंने कहा कि वो इस संबंध में लड़ाई जारी रखेंगे।
शशिकला के खिलाफ बगावत करने वाले पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकाल दिया गया था। पार्टी के विधायकों का समर्थन न जुटा पाने के कारण ई के पलानिसामी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया।
उन्होंने कहा कि जयललिता ने जिन लोगों को पार्टी से निकाला था उनके हाथों से वो पार्टी को वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि जयललिता ने एमजीआर की मौत के बाद कठिनाइयां झेलीं और उसके बाद वो राज्य की सबसे बड़ी नोता के तौर पर उभरीं।
उन्होंने कहा, "उन्होंने एमजीआर की मौत के बाद कठिनाइयां झेलीं। उन्होंने कहा था कि पार्टी किसी परिवार के हाथ में नहीं रहेगी। लेकिन आज सरकार और पार्टी एक परिवार के हाथ में आ गई है। धर्म युद्ध ही सबसे बड़ी चुनौती है। न्याय की जीत होगी।"
उन्होंने कहा कि पार्टी को उन लोगों के हाथों से छुड़ा ली जाएगी जिन्हें जयललिता ने पोएज़ गार्डेन के बाहर निकाल दिया था।
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Source : News Nation Bureau