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पालघर हिंसा( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु और एक ड्राइवर की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) के मामले में हुए बवाल पर राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. अभी तक ऐसी खबरें आ रहीं थी कि साधुओं की हत्या करने वाले लोगों दूसरे धर्म के थे. अब इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इस मामले के आरोपी दूसरे धर्म के नहीं हैं. मामले को सांप्रदायिक रंग देने की तैयारी की जा रही है. इस मामले में अब तक 110 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें 9 नाबालिग भी शामिल हैं.
हमला करनेवाले और जिनकी इस हमले में जान गई - दोनों अलग धर्मीय नहीं हैं।
बेवजह समाज में/ समाज माध्यमों द्वारा धार्मिक विवाद निर्माण करनेवालों पर पुलिस और @MahaCyber1 को कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।#LawAndOrderAboveAll— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 19, 2020
अनिल देशमुख ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. जो भी माहौल खराब करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हल्ला करणारे व ज्यांच्या वर हल्ला झाला या पैकी कुणीही वेगळे धर्मीय नाहीत. उगाचच समाजात/ समाज माध्यमांतून धार्मिक तेढ निर्माण करणाऱ्यांवर पोलिस व @MahaCyber1 ला कठोर कारवाईचे आदेश दिले आहेत.#LawAndOrderAboveAll
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 19, 2020
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी इस घटना पर कहा कि पालघर मामले में पुलिस ने घटना के दिन ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Source : News State