महाराष्ट्र के पालघर में दो संतो की हत्या (Palghar Mob Lynching Case) से संतों में भारी आक्रोश है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने उद्धव ठाकरे सरकार और पुलिस को साधुओं की हत्या के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यह भी कहा, समझौतावादी राजनीति के चलते शिवसेना और उद्धव ठाकरे हिदुत्ववादी एजेंडे से भटक गए हैं. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में साधु-संत सुरक्षित नही हैं. और साधुओं की हत्या की आशंका जताते हुए नरेंद्र गिरी ने हत्यारों के एनकाउंटर की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि साधुओं की हत्या करने वाले इंसान नही शैतान हैं. वहीं, महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर इस घटना को सभ्य समाज पर कलंक बताया है.
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नरेंद्र गिरी ने चेताया कि हत्यारों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा. उधर, इस घटना से सकते में आई शिवसेना ने आदेश जारी किया है कि इस बारे में पार्टी का कोई भी प्रवक्ता बयान नहीं देगा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकार से जारी बयान को ही पार्टी का आधिकारिक बयान माना जाएगा.
नरेंद्र गिरी बोले, महाराष्ट्र पुलिस की मौजूदगी में संतों की हत्या से मन बहुत व्यथित है. उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस के बदले यूपी की योगी जी की पुलिस ही न्याय कर सकती है. नरेंद्र गिरी ने देश भर के लाखों नागाओं से अपील करते हुए लॉकडाउन खुलने के बाद महाराष्ट्र कूच के लिए तैयार रहने की अपील की है.
उन्होंने कहा, लॉकडाउन के बाद अखाड़ा परिषद हरिद्वार में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएगी. महाराष्ट्र सरकार को चेताते हुए उन्होंने कहा, सरकार ने हत्यारों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की तो सभी अखाड़े बैठक कर महाराष्ट्र सरकार के विरूद्ध आंदालन बिगुल फूंकेंगे.
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इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, अब तक 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 9 को जुवेनाइल होम भेजा गया है. देशमुख ने साफ किया कि जो लोग मारे गए और जिन्होंने हमला किया, वे अलग-अलग धर्मों के नहीं थे. इस घटना को सांप्रदायिक रंग नहीं देने की चेतावनी देते हुए अनिल देशमुख ने कहा, पुलिस ऐसे लोगों पर करीबी नजर रख रही है, जो इस घटना के जरिए समाज में वैमनस्य पैदा करना चाहते हैं.
Source : Manvendra Singh