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मोदी के समर्थक पूर्व पाकिस्तानी तारिक फतेह ने सरकार के इस कदम को बताया बड़ी भूल

नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act 2019) के खिलाफ केवल सड़कों पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिय ट्विटर पर वॉर छिड़ गया है.

Updated on: 24 Dec 2019, 12:39 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन अधिनियम (National Amendment Act 2019) के खिलाफ केवल सड़कों पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिय ट्विटर पर वॉर छिड़ गया है. भारत के लोग ही नहीं बल्कि बाहरी भी इस कानून के विरोध में खड़े हो गए हैं.  पाकिस्तानी लेखक तारिक फतह ने भी नागरिकता कानून को मोदी सरकार की सबसे बड़ी भूल बताई है. दरअसल, तारिक फतेह ने ऐसा जावेद अख्तर के एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, 'जावेद साहब असल में ब्रह्मुदघ को शरण देने से इंकार कर दिया गया है. बीजेपी सरकार ने ये एक बहुतक बड़ी गलती की है. हालांकि CAA के खिलाफ आंदोलन मेरे या मिस्टर बुगती जैसे मुसलमानों को में रहने की अनुमति के लिए नहीं है.

वहीं जावेद अख्तर के ट्वीट का जवाब देते हुए एक पाकिस्तानी नागरिक तारिक असलम गोरा ने कहा, 'जावेद साहेब कोई भी पाकिस्तानी हो, शिया हो या अहमदी, जो दो राष्ट्रों के सिद्धांत के लिए खड़ा है, उसे भारत में जानें का अधिकार नहीं मिला.'

असलम गोरा ने तारिक फतेह को मेंशन करते हुए कहा, ' मैं खुद हमेशा से शिया और अहमदियों के अधिकारों के लिए खड़ा था लेकिन दुर्भाग्यवश उनमें से अखित्तर लोग पाकिस्तानी सेना से प्यार करते हैं.'

बता दें कि हाल ही में पाकिस्तानी पत्रकार और लेखक तारिक फतेह ने नागरिकता संशोधन कानून पर एक तस्वीर शेयर की थी. इस तस्वीर में अमित शाह और एक गाय नजर आ रही है. गाय के ऊपर लिखा हैं माइनॉरिटीज ऑफ पाक, बांग्लादेश और अफगानिस्तान. इस गाय का अमित शाह स्वागत करते नजर आ रहे हैं.

तारिक के इस ट्विट का जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने लिखा, 'तारिक साहब, पूर्व पाकिस्तानी होने के नाते निस्संदेह आपको पता होगा कि कई शिया, क़ादियानी और बलोची गाय भी हैं. क्या आप उन पर हमारे दरवाजे बंद करने के पक्ष में हैं.'