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पाकिस्तान की दशहरे पर दहशत फैलाने की साजिश बेनकाब, फिरोजपुर में ड्रोन ने लांघी सीमा

इस ड्रोन को सुबह 10 बजे से 10:40 बजे तक पाकिस्तानी सीमा के आसपास मंडराते देखा गया. इसके बाद दोपहर 12:25 पर इसे फिर से देखा गया.

Updated on: 08 Oct 2019, 12:45 PM

highlights

  • हुसैनीवाला सीमा चेक पोस्ट पर पाकिस्तान का एक ड्रोन देखे जाने से सुरक्षा बल अलर्ट.
  • पांच बार सीमा पर मंडराते हुए ड्रोन ने एक बार भारतीय सीमा में भी प्रवेश किया.
  • बीते दिनों ड्रोन के जरिये हथियारों की तस्करी का मामला आया था सामने

फिरोजपुर:

दशहरे के मौके पर पंजाब के फिरोजपुर स्थित हुसैनीवाला सीमा चेक पोस्ट पर पाकिस्तान का एक ड्रोन देखे जाने से सुरक्षा बल अलर्ट हो गए हैं. लगभग पांच बार सीमा पर मंडराते हुए ड्रोन ने एक बार भारतीय सीमा में भी प्रवेश किया. इस ड्रोन को सुबह 10 बजे से 10:40 बजे तक पाकिस्तानी सीमा के आसपास मंडराते देखा गया. इसके बाद दोपहर 12:25 पर इसे फिर से देखा गया. इस बार वह भारतीय सीमा के भीतर उड़ान भर रहा था. सीमा पार करते ही बीएसएफ के जवानों से इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. आगे जांच की जा रही है.

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इलाके में हाई अलर्ट
पाकिस्तान का ड्रोन देखे जाने के बाद बीएसएफ और पंजाब पुलिस समेत खुफिया विभाग ने इलाके में सर्च ऑपरेशन छेड़ दिया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ड्रोन से हथियारों की हो रही तस्करी के मद्देनजर इलाके की सघन जांच करना है. गौरतलब है कि बीते दिनों पाकिस्तान से चीन निर्मित ड्रोन के जरिये हथियारों की तस्करी का मामला सामने आ चुका है. यही नहीं, बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने दो ड्रोन भी बरामद किए हैं. इनके जरिये ही अत्याधुनिक हथियारों की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है. एक जला हुआ ड्रोन तरन तारण के झाबल इलाके से बरामद हुआ था.

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पाक समर्थित खालिस्तानी मॉड्यूल का हाथ
गौरतलब है कि तरन तारण में देसी बमों की बरामदगी के बाद शुरू हुई जांच में और हथियार बरामद हुए थे. साथ ही कुछ खालिस्तान समर्थक संदिग्ध भी हत्थे चढ़े थे. उनसे पूछताछ में पता चला था कि महज आठ दिनों के भीतर दस बार पाकिस्तान से आए ड्रोन ने पंजाब के कुछ इलाकों में हथियारों समेत जाली नोट औऱ मादक पदार्थ गिराए. इसके लिए चीनी ड्रोन के इस्तेमाल को गंभीरता से लेते हुए पंजाब पुलिस समेत सेना और एनआईए ने मोर्चा संभाला हुआ है. इसके साथ ही भारत-पाक सीमा और नियंत्रण रेखा पर ऑल आउट जारी कर दिया गया है. पंजाब पुलिस ने खुफिया इनपुट्स के आधार पर एक खालिस्तानी मॉड्यूल भी ध्वस्त किया था. इस मॉड्यूल को जर्मनी और पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त था.