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टेरर फंडिंग केस: NIA का गिलानी के बेटे, 29 अन्य कश्मीरियों को समन

एनआईए के सूत्रों ने कहा कि यह समन नईम गिलानी और सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाले अन्य लोगों को भेजा गया है। नसीम गिलानी एक चिकित्सक है और कभी पाकिस्तान में रह चुका है।

Updated on: 27 Jul 2017, 10:44 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बड़े बेटे और 29 अन्य लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा। यह समन जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के मामले में भेजा गया है।

एनआईए के सूत्रों ने कहा कि यह समन नईम गिलानी और सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाले अन्य लोगों को भेजा गया है। नसीम गिलानी एक चिकित्सक है और कभी पाकिस्तान में रह चुका है।

पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एनआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "हमने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी वित्तपोषण मामले की जांच के तहत सैयद अली शाह के बड़े बेटे तथा हुर्रियत नेताओं व उनके रिश्तेदार तथा कुछ पहचाने गए पत्थरबाजों सहित 29 अन्य को समन भेजा है।"

अधिकारी ने कहा कि 30 लोगों में से कुछ को एनआईए के दिल्ली मुख्यालय तथा कुछ को श्रीनगर में पेश होने को कहा है।

यह समन मामले में सात कश्मीरी अलगाववादियों की गिरफ्तारी के तीन दिन बाद भेजा गया है।

गिरफ्तार सातों लोगों में नईम खान, अल्ताफ अहमद शाह, अलताफ हिलाली शाह उर्फ शहीद-उल-इस्लाम, अयाज अकबर खानदे, पीर सैफुल्लाह, राजा मेहराजुद्दीन कलवल तथा फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराट शामिल है। सभी को 10 दिनों की एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है।

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उन्होंने गिलानी सहित हुर्रियत के अन्य नेताओं तथा जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता यासीन मलिक को समन जारी करने की संभावना को खारिज नहीं किया है।

एनआईए ने हुर्रियत के सदस्यों सहित अलगाववादी नेताओं के खिलाफ 30 मई को एक मामला दर्ज किया था। इन पर हिजबुल मुजाहिदीन, दुख्तरान-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा तथा अन्य प्रतिबंधित संगठनों के आतंकवादियों के साथ सांठगांठ कर फंड की उगाही करने तथा फंड प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है।

जांचकर्ताओं के मुताबिक, जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों के वित्तपोषण तथा अन्य गतिविधियों के लिए हवाला चैनल सहित अवैध तरीकों के माध्यम से अलगाववादियों द्वारा फंड प्राप्त किया गया।

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