logo-image

पाकिस्तान ने नया नक्शा जारी कर कुछ इलाकों पर दावा ठोका, भारत सरकार ने बताया हास्यास्पद

कहते हैं संगत से गुण होत है, संगत से गुण जाए. पाकिस्तान को भी अपने सबसे घनिष्ठ मित्र चीन से एक बुरी आदत मिल गई है. ये आदत है दूसरे के इलाकों को अपना बताने की. पाकिस्तान जैसा मुल्क जो अपने घर में लोगों को सही से पानी नहीं मिला पा रहा है उसने भारत के कुछ इलाकों पर अपना दावा ठोका है.

Updated on: 04 Aug 2020, 08:48 PM

नई दिल्ली:

कहते हैं संगत से गुण होत है, संगत से गुण जाए. पाकिस्तान को भी अपने सबसे घनिष्ठ मित्र चीन से एक बुरी आदत मिल गई है. ये आदत है दूसरे के इलाकों को अपना बताने की. पाकिस्तान जैसा मुल्क जो अपने घर में लोगों को सही से पानी नहीं मिला पा रहा है उसने भारत के कुछ इलाकों पर अपना दावा ठोका है. इमरान खान सरकार ने एक नया राजनीतिक नक्शा जारी किया है. पाकिस्तान अभी तक सिर्फ पीओके को अपना हिस्सा बताता था.

लेकिन अब नए नक्शे में कश्मीर को भी शामिल किया गया है. साथ ही पाकिस्तान ने नए नक्शे से लद्दाख, सियाचिन समेत गुजरात के जूनागढ़ तक अपना दावा ठोक दिया है. पाकिस्तान के इस कदम को भारत सरकार ने हास्यासपद बताया है.

इस मामले पर भारत सरकार ने कहा है कि हमने पाकिस्तान का एक तथाकथित "राजनीतिक नक्शा" देखा है जिसे पीएम इमरान खान ने जारी किया है. इसमें भारतीय राज्य गुजरात में और जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हमारे केंद्र शासित प्रदेशों में क्षेत्रीय दावों के लिए अटूट दावे किए गए हैं. यह दावे हास्यासपद (Ridiculous) हैं. न तो इसकी कानूनी वैधता है और न ही अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता. वास्तव में यह नया प्रयास केवल सीमा पार आतंकवाद समर्थित क्षेत्रीय आंदोलन की पुष्टि करता है.

पाकिस्तान ने ये विवादित नक्शा जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटने के एक साल पूरे होने से ठीक एक दिन पहले जारी किया है. आपको बता दें कि पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाने का मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया था.

जिसके बाद पाकिस्तान की बौखलाहट देखी गई थी. उसने दुनिया के सामने गुहार भी लगाई थी. लेकिन कोई भी पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं हुआ था. अब जब धारा 370 हटाने का एक साल हो रहा है तो इस मौके पर पाकिस्तान के जख्म एक बार फिर ताजा हो जाएंगे. अपनी जनता को खुश करने के लिए इमरान ने ऐसा किया है.