भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पीएम इमरान खान भारत के प्रधानमंत्री से बातचीत करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री इमरान खान 'शांति का न्योता देने के लिए' अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं. बता दें कि पुलवामा की घटना के बाद पाकिस्तान के क्षेत्र में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई तो की लेकिन उसके बाद तमाम तरह के हथकंडे भी अपनाने में जुट गया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रेडियो पाकिस्तान पर हालात की गंभीरता के बारे में पाकिस्तान का नजरिया जाहिर किया, वहीं भारत से वार्ता की भी पेशकश की. इधर, भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से किसी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी.
सूत्रों का कहना है कि भारत ने साफ कह दिया है कि भारत जहां आतंकी कैंप को टारगेट कर रहा है वहीं पाकिस्तान ने आतंकियों को बचाने का काम किया है. पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. भारत ने इसी के साथ यह पूछा है कि अगर आप हमारे मिलिट्री इलाके को टारगेट नहीं कर रहे थे तो विमानों ने सीमा पार क्यों की थी
पाकिस्तान को दिए गए डिमार्श (आपत्तिपत्र) में भारत ने मजबूती से कहा है कि उसने पाकिस्तान के नागरिक या सैन्य इलाकों में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की, लेकिन पाकिस्तान भारत के मिलिट्री बेस को टारगेट करने की कोशिश कर रहा है. भारत का मानना है कि पाकिस्तान मनोवैज्ञानिक रूप से युद्ध की स्थिति पैदा कर रहा है.
वहीं, भारत की ओर बताया जा रहा है कि भारत ने किसी भी मिलिट्री स्थान को निशाना नहीं बनाया जबकि पाकिस्तान मामले को बढ़ाते हुए भारतीय मिलिट्री संस्थान को निशाने पर लेने की कोशिश की. भारत ने जानबूझकर सीमा पार नहीं की और पाकिस्तान को कड़ा कूटनीतिक संदेश दिया.
सूत्रों की मानें तो भारत साफ इस मूड में है कि भारतीय पायलट को सुरक्षित वापस किया जाए, इस मुद्दे पर कोई डील नहीं होगी. उनका कहना है कि अगर पाकिस्तान को लगता है कि उनके पास डील करने के लिए कोई कार्ड है तो वह गलतफहमी में हैं. उन्होंने कहा कि भारत यह उम्मीद करता है कि भारतीय पायलट के साथ मानवीय व्यवहार किया जाएगा.
Source : News Nation Bureau