कोरोना वायरस (Corona Virus) से जूझने और अपने आवाम को राहत देने के बजाय पाकिस्तान (Pakistan) अपने शैतानी दिमाग का इस्तेमाल करते हुए इसे एक मौका की तरह भुनाने की फिराक में है. पाकिस्तान के दिमाग में यह चल रहा है कि जम्मू-कश्मीर में अगर कोरोना वायरस कंट्रोल में रहा तो वह भारत के खिलाफ़ दुनिया भर में प्रोपेगेंडा नहीं कर पाएगा. इसलिए वह कोरोना वायरस को ही हथियार बनाने की जुगत में है. भारत कोरोना काल में भी सीज फायर (Ceasefire) का उल्लंघन करने को लेकर पाकिस्तान को दो डीमार्श भी दे चुका है. अब खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट दी है कि पाकिस्तान कोरोना वायरस से पीड़ित आतंकियों को भारत में घुसाना चाहता है, ताकि जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस के अनियंत्रित होने के बारे में वह दुनिया भर में प्रचार करता रहे.
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कोरोना के संकटकाल में दुनिया मानवता को तरजीह दे रही है लेकिन पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद के एजेंडे पर काम कर रहा है. कोरोना काल में भी पाकिस्तान लगातार सीमा पार से सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है. ऐसा कर वह भारतीय हिस्से में सिविलियन एरिया को टारगेट कर रहा है और इस आड़ में आतंकियों की खेप को भारत में दाखिल कराना चाहता है. पाकिस्तान के इस नापाक हरकत के ख़िलाफ़ भारत दो डीमार्श भी दे चुका है. जानकारों का मानना है कि ऐसा करने के पीछे पाकिस्तान की गहरी चाल है.
रक्षा क्षेत्र के जानकार राज कादियान का कहना है कि एक तरफ पाकिस्तान भारत के खिलाफ मोर्चा खोलकर अपने आवाम में फैले कोरोना संकट से ध्यान भटकाना चाहता है तो वही दूसरी तरफ सीजफायर का उल्लंघन कर आतंकियों की ऐसी खेप भारत मे दाखिल कराना चाहता है, जो कोरोना कैरियर हों और जम्मू कश्मीर में कोरोना का संक्रमण फैला सकें.
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जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान को लगता है कि अगर भारत कोरोना के कहर से जम्मू कश्मीर को बचा ले गया तो कश्मीर में उसके लिए अपना एजेंडा थोपना और मुश्किल हो जाएगा. खुफिया एजेंसियों ने एक आतंकी के जम्मू-कश्मीर स्थित अपने परिवारीजनों से बातचीत को ट्रैप भी किया है.
Source : News Nation Bureau