
महमूद अख्तर
रक्षा दस्तावेजों के साथ हिरासत में लिये गए पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को दिल्ली पुलिस ने छोड़ दिया है। उन्हें राजनयिक छूट के तहत छोड़ा गया है। अब उसे भारत छोड़कर जाना होगा। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जासूसी के आरोप में बुधवार को पाक उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को गिरफ्तार किया था। उसके पास से डिफेंस से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए थे।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर पूरे मामले से अवगत कराया है। वहीं बासित ने अख्तर की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए कहा, 'यह 1961 में वियना संधि का उल्लंघन है।' बासित ने बताया कि हमने भारत से कहा है कि वह आश्वस्त करे कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो।
FS summons Pak High Commissioner to convey that Pak High Commission staffer has been declared persona non grata for espionage activities:MEA
— ANI (@ANI_news) October 27, 2016
खुफिया एजेंसी के इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाक उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बुधवार रात अख्तर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस को पता चला कि वह आईएसआई का एजेंट है, लेकिन डेप्लोमेटिक इम्युनिटी हासिल होने की वजह से उसे छोड़ना पड़ा।