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रविशंकर प्रसाद बोले- भारत के साथ ये सेवा बंद करके PAK ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का किया उल्लंघन

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित होने से पाकिस्तान बौखला गया है.

Updated on: 21 Oct 2019, 04:01 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित होने से पाकिस्तान बौखला गया है. अब पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत के साथ डाक सेवा बंद कर दी है. इसे लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत से डाक मेल सेवा बंद की. पाकिस्तान की ओर से लिया गया एकतरफा निर्णय अंतरराष्ट्रीय नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है. पाकिस्तान ने भारत को बिना नोटिस दिए यह फैसला किया है.

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केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान दी. वहीं, पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताते हुए बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि भारत का पड़ोस अब केवल उसकी समस्या नहीं है, बल्कि वैश्विक चुनौती बन गया है. भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों और दोनों देशों के बीच संवाद की गुंजाइश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पिछले सात दशक में रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहे हैं. भारत को पाकिस्तान के साथ दोस्ताना संबंध रखने में निश्चित रूप से खुशी होगी लेकिन सबसे पहले उसे सीमापार आतंकवाद के प्रमुख मुद्दे पर ध्यान देना होगा.

बता दें कि भारतीय डाक विभाग के उप-महानिदेशक अजय कुमार रॉय ने पिछले दिनों बताया था कि पाकिस्तान के सीमा शुल्क विभाग ने 23 अगस्त को अपने एक आदेश में मेलों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. यह एकपक्षीय आदेश 27 अगस्त को लागू हुआ था. एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान से आने वाले पत्रों और प्रकाशनों को पहले सऊदी अरब एयरलाइंस के माध्यम से भारत में भेजा जाता था. चंडीगढ़ स्थित भारत-पाक शांति कार्यकर्ता चंचल मनोहर सिंह ने आईएएनएस को बताया था कि डाक सेवा को रोकना मानव अधिकारों का घोर उल्लंघन है.

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भारत व पाकिस्तान के बीच कई प्रतिनिधिमंडलों में शामिल रहे मनोहर सिंह ने कहा था कि यह भारत में साहित्यिक दुनिया को एक झटका है. पंजाब के लोग लाहौर से गुरुमुखी लिपि में प्रकाशित होने वाली त्रैमासिक पत्रिका 'पंजाब दे रंग' को पढ़ने के शौकीन थे और अब यह आनी बंद हो गई है." भारत-पाक शांति कार्यकर्ता चंचल मनोहर सिंह सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ पीस के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने डाक सेवा की तत्काल बहाली की मांग करते हुए कहा कि इससे आम आदमी प्रभावित हो रहे हैं.