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पाकिस्‍तान को अब अफगानिस्‍तान ने भी लगाई फटकार

दर दर की ठोकरें खाता घूम रहे पाकिस्‍तान को हर जगह से लताड़ और फटकार ही मिल रही है. पाकिस्‍तान जिन्‍हें अपना मित्र समझता था, वे भी उसके साथ खड़े नहीं हो रहे हैं.

Updated on: 19 Aug 2019, 12:30 PM

काबुल:

दर दर की ठोकरें खाता घूम रहे पाकिस्‍तान को हर जगह से लताड़ और फटकार ही मिल रही है. पाकिस्‍तान जिन्‍हें अपना मित्र समझता था, वे भी उसके साथ खड़े नहीं हो रहे हैं. जम्‍मू कश्‍मीर में धारा 370 और धारा 35 ए हटने के बाद से शुरू हुआ यह सिलसिला अभी तक अनवरत रूप से जारी है. अब पाकिस्‍तान को अफगानिस्‍तान से भी फटकार पड़ी है. 

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कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने कहा था कि कश्मीर में जो मौजूदा हालात हैं, उससे अफगानिस्तान में चल रहे शांति प्रयासों पर असर पड़ेगा. अब इसके जवाब में अमेरिका में अफगानिस्तान की राजदूत ने कहा है कि कश्मीर के हालात को अफगानिस्तान में शांति समझौते के लिए जारी प्रयासों से जोड़ना, 'दुस्साहसी, अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना' है. अमेरिका में अफगानिस्तान की राजदूत रोया रहमानी ने इस संबंध में एक ट्वीट किया है, इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि (The Islamic Republic of Afghanistan strongly questions the assertion made by Pakistan's ambassador to the United States, Asad Majeed Khan, that the ongoing tensions in Kashmir could potentially affect Afghanistan’s peace process) यानी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद खान के उस दावे को पूरी तरह खारिज करता है कि कश्मीर में जारी तनाव अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया को काफी प्रभावित कर सकता है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि ऐसा कोई बयान जो कश्मीर के हालात को अफगान शांति प्रयासों से जोड़ता है वो दुस्साहसी, अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना है.

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कश्मीर को भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला बताते हुए रहमानी ने कहा कि उनके देश का मानना है कि कश्मीर मुद्दे से अफगानिस्तान को जानबूझकर जोड़ने का पाकिस्तान का मकसद अफगान की धरती पर जारी हिंसा को और बढ़ाना है. रहमानी ने कहा कि उनके पाकिस्तानी समकक्ष का बयान उन सकारात्मक और रचनात्मक मुलाकात के ठीक विपरीत है जो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की हालिया यात्रा के दौरान उनके, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तथा पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच हुई थी. उन्होंने कहा कि आतंकी पाकिस्तान शासित प्रदेशों से काम करते हैं और अफगानिस्तान में दहशत फैलाने का प्रयास करते हैं. पाकिस्तानी अधिकारियों को पाकिस्तान के अंदर पुलिस कार्रवाई के माध्यम से एक इमानदार और मजबूत कानून और व्यवस्था के जरिये इस समस्या का समाधान करना चाहिए.