logo-image

पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू ने कहा, 'कुछ सेकेंड के लिए बाजवा से गले मिला, ये कोई राफेल डील नहीं थी'

पाकिस्तान 28 नवंबर को सीमा पर अपनी ओर करतारपुर कॅोरिडोर की आधारशिला रखेगा.

Updated on: 27 Nov 2018, 07:31 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान 28 नवंबर को सीमा पर अपनी ओर करतारपुर कॅोरिडोर की आधारशिला रखेगा. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नवजोत सिंह सिद्धू ,सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया था. यह निमंत्रण केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2019 में गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले पाकिस्तान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पंजाब के गुरदासपुर जिले से एक गलियारा बनाने का फैसला करने के बाद शनिवार को आया था.

पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर को लेकर आयोजित आधारशिला कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर अपार संभावनाओं, शांति, ट्रेड संबंध का रास्ता है. मुझे ऐसा लगता है कि ये कॉरिडोर दोनों देशों के बीच दुश्मनी को खत्म करने का काम करेगा. यह कॅारिडोर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ेगा और शांति लाएगा.'

इस मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू ने राफेल पर चुटकी ली. बीजेपी पर तंज कस्ते हुए उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल बाजवा के साथ कुछ सेकेंड के लिए गले मिला था, ये कोई राफेल सौदा नहीं है. पंजाब में दो पंजाबियों का गले मिलना आम बात है.'

और पढ़ें: करतारपुर में सिख तीर्थयात्रियों के लिए होटल, रेलवे स्टेशन बनेंगे

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पकिस्तान जाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान भारतीय सैनिकों पर हमले करना बंद नहीं करेगा, वह गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान नहीं जाएंगे. दरअसल पाकिस्तान में 28 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरीडोर का भूमि पूजन कार्यक्रम है.

बता दें कि कुरैशी ने सुषमा स्वराज, नवजोत सिंह सिद्धू , कैप्टेन अमरिंदर सिंह को न्योता भेजा था. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने निमंत्रण का जवाब देते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी नरेंद्र मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे. सोमवार को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू गुरदासपुर जिले के मान गांव में नए घोषित डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब रोड गलियारे की आधारशिला रखी थी.

और पढ़ें: पाकिस्तान जाएंगे नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर ने ठुकराया निमंत्रण, बोले- आतंकवाद-बातचीत एक साथ नहीं

इससे पहले नवंबर में, पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के जारी समारोहों के लिए सिख तीर्थयात्रियों को 3,800 से अधिक वीजा जारी किए थे. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है.