भारत ने सोमवार को यूनाइटेड नेशंस में पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। राइट ऑफ रिप्लाई के तहत बयान में भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का चेहरा है और पीओके (पाक के कब्जे वाला कश्मीर) आतंकवाद का केंद्र बन गया है।
जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 36वें सम्मेलन में भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से जारी आतंकवाद के ठोस सबूत पाकिस्तान को सौंपे गए हैं लेकिन पाकिस्तान मुद्दों का हल नहीं चाहता।
भारत ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर पर गलत और भ्रामक बयान देता रहा है। पाकिस्तान को अपने यहां और पीओके में मानवाधिकार की स्थिति में सुधार लाने और आतंकवाद को खत्म करने के लिए गंभीरता से सोचना चाहिए।
पाकिस्तान को आंतकवाद को खत्म करने की हिदायत देते हुए भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने यह माना है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद पाक की जमीन से चलाए जा रहे हैं। पाक को आतंकी ठिकानों को खत्म करना चाहिए।
इससे पहले, भारत ने रविवार को यूएन में कहा था कि जब तक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को सजा न दिला दें, हम चैन से नहीं बैठेंगे। यूएन में भारत के रिप्रजेंटेटिव सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यूएन भी मसूद अजहर को आतंकी घोषित करेगा।
HIGHLIGHTS
- भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया
- भारत ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया भर में अंतरराष्ट्री आतंकवाद का चेहरा है
- पीओके आतंकवाद का केंद्र बन गया है