logo-image

पाकिस्तान की नीच हरकत, लंदन में भारत विरोधी प्रदर्शन के दौरान महिला पत्रकार से की बदसलूकी

हॉपकिन्स ने भीड़ का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट कर कहा, ज्यादातर पुरुष. अधिकतर मुझे 'बदचलन' या 'वेश्या' कह रहे हैं

Updated on: 28 Oct 2019, 11:10 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तानियों की एक भीड़ ने लंदन में दिवाली के दिन भारत-विरोधी प्रदर्शन के दौरान विख्यात ब्रिटिश पत्रकार केटी हॉपकिन्स के साथ बदसलूकी की. ब्रिटेन स्थित तहरीक-ए-कश्मीर के साथ ही अन्य पाकिस्तानी समूहों ने दिवाली पर्व के अवसर पर कश्मीर मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. हॉपकिन्स दिवाली के दिन आयोजित किए जा रहे विरोध प्रदर्शन से नाराज थीं, जिसके बाद भीड़ द्वारा उनके साथ बदसलूकी की गई.

इससे उलट, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के एक बड़े कश्मीरी समूह द्वारा पाकिस्तान उच्चायोग के सामने भी एक विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सेना के दमन के खिलाफ नारे लगाते हुए कहा, "यह जो दहशतगर्दी है, उसके पीछे वर्दी है."पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी 'शांतिपूर्ण भारतीय प्रवासियों' और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए केटी हॉपकिन्स का विरोध करते हुए उन पर चिल्ला रहे थे.

हॉपकिन्स ने भीड़ का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, "दिवाली जैसे धार्मिक त्योहार का अनादर करने के लिए लंदन में यह पाकिस्तानी भीड़." उन्होंने कहा, "ज्यादातर पुरुष. अधिकतर मुझे 'बदचलन' या 'वेश्या' कह रहे हैं." इसके बाद उन्होंने उनकी सहायता करने के लिए पुलिस का धन्यवाद भी किया. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "लंदन में पाकिस्तानी मुस्लिम भीड़ को दिवाली के धार्मिक त्योहार पर विरोध करने की अनुमति दी गई."

उन्होंने कहा, "मैंने शांतिपूर्ण भारतीय प्रवासी और मोदी के लिए अपना समर्थन दिखाया."केटी हॉपकिन्स को पुलिस द्वारा घेर लिया गया और फिर उन्हें बाहर निकाला गया. इस तरह की परिस्थिति में घिरी दिख रही केटी ने भीड़ का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "मैंने इस तरह के बर्ताव का सामना किया."एक अन्य ट्वीट में कहा गया, "यह बहुत दुखद है कि ब्रिटेन ने मुस्लिमों को दिवाली के धार्मिक त्योहार पर विरोध करने की अनुमति दी है."

हॉपकिन्स ने कहा, "मुझे बहुत खेद है. सभ्य ब्रिटिश मोदी और हमारे शांतिपूर्ण भारतीय प्रवासियों के साथ खड़े हैं."उन्होंने कहा, "यूके के इस्लामीकरण पर बात करनी होगी."इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 को रद्द किए जाने का पूरी तरह से समर्थन करती हैं. ब्रिटिश भारतीयों ने दिवाली पर विरोध प्रदर्शन को हिंदूफोबिया और नस्लवाद की कार्रवाई करार दिया है. उन्होंने डिजिटल बिलबोर्ड के साथ एक वाहन को लंदन में घुमाया जिसमें लिखा गया था, "डियर पाकिस्तानियों, हैप्पी दिवाली."

सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप में पाकिस्तानी भीड़ को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकते हुए दिखाया गया है. इस बीच लंदन में भारतीय उच्चायोग में सुरक्षा कड़ी कर दी गई, क्योंकि भारत-विरोधी प्रदर्शनकारी वहां प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए थे. ब्रिटिश पुलिस ने इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी. इससे पहले तीन सितंबर को भी कश्मीर को लेकर भारतीय उच्चायोग के बाहर हिंसक प्रदर्शन हुए थे.