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पाकिस्तान ने पहली बार कबूला, मुंबई के 26/11 हमले में शामिल थे लश्कर के 11 आतंकवादी

26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले (26/11 Mumbai Attack) में पहली बार पाकिस्तान ने कबूल किया कि इस हमले में लश्कर के 11 आतंकी शामिल थे. हमले में 26 विदेशी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हो गई थी.

Updated on: 12 Nov 2020, 09:39 AM

नई दिल्ली/इस्लामाबाद:

26 नवंबर 2008 को मुंबई (26/11 Mumbai Attack) में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान (Pakistan) की संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने बुधवार (11 नवंबर) को स्वीकार किया है कि भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई हुए 26/11 के हमले में पाकिस्तान के आतंकियों का हाथ था. एफआईए ने इस बात को स्वीकार लिया है कि मुंबई स्थित ताज होटल (Taj Hotel) पर हुए हमलों को लश्कर-ए-तैयबा के 11 आतंकियों ने अंजाम दिया है.

भारत के दवाब के आगे झुका पाकिस्तान
पिछले कई साल से भारत लगातार पाकिस्तान पर मुंबई आंतकी हमले को लेकर दवाब बना रहा था. इसी का नतीजा है कि भारत के आगे पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े. अब पाकिस्तान ने मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तान के आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान ने एक लिस्ट जारी कर इन आतंकियों को मोस्ट वांडेट करार दे दिया है.  इसे भारत की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है. 

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26/11 में शामिल था इनका नाम
इस लिस्ट में 26/11 हमलों को लेकर जानकारी दी गई है कि ताज में हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वाली नाव में 9 क्रू मेंबर्स थे. इनके नाम हैं साहिवाल जिले के मोहम्मद उस्मान, लाहौर जिले के अतीक-उर-रहमान, हाफिजाबाद के रियाज अहमद, गुजरांवाला जिले के मुहम्मद मुश्ताक, डेरा गाजीपुर जिले के मुहम्मद नईम, सरगोधा जिले के अब्दुल शकूर, मुल्तान के मुहम्मद साबिर, लोधरान जिले का मोहम्मद उस्मान, रहीम यार खान जिले के शकील अहमद है. इन सभी का नाम संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध किए गए आतंकी ग्रुप में शामिल हैं जो कि लश्कर ए तैय्यबा के आतंकी हैं.

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क्या हुआ था 26 नवंबर 2008 को?
26 नवंबर 2008 की रात आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल सहित 6 जगहों पर हमला कर दिया था. हमले में करीब 160 लोगों ने अपनी जान गंवाई. सबसे ज्यादा लोग छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में मारे गए. जबकि ताजमहल होटल में 31 लोगों को आतंकियों ने अपना शिकार बनाया था. लगभग 60 घंटों तक सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में करीब 160 लोगों की जानें गईं. लेकिन इस अचानक हुए हमले को भी हमारे देश के वीरों ने काबू में कर लिया.