पाकिस्तान ने एक बार फिर पुराना राग अलापते हुए भारत से मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमांइड एवं जमात-उद-दावा प्रमुख हाफ़िज़ सईद के ख़िलाफ़ पुख़्ता सबूत देने को कहा है।
इससे पहले भारत ने हाफ़िज़ सईद को पाकिस्तान में नज़रबंद किये जाने को लेकर कहा था कि मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और उससे जुड़े आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के साथ ही तय होगा कि पाकिस्तान इस मामले को लेकर कितना गंभीर है।
गौरतलब है कि सोमवार को हाफ़िज़ सईद समेत जमात-उद-दावा के कुल पांच लोगों को अगले 6 महीने के लिए नज़रबंद किया गया है।
पाकिस्तान के गृहमंत्रालय ने भारत के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'उन्हें हाफिज सईद पर नजरबंदी को लेकर भारत के सर्टिफिकेट की ज़रूरत नहीं है।'
हालांकि ऐसा भी नहीं है कि हाफ़िज़ सईद को पहली बार नज़रबंद किया गया है। इससे पहले भी कई बार हाफ़िज़ सईद को नज़रबंद किया जा चुका है।
13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमले में सांठ गांठ के आरोप में सईद को पाकिस्तान सरकार ने हिरासत में लिया था और मार्च 2002 में रिहा करने के बाद एक बार फिर 31 अक्टूबर 2002 को लश्कर सरगना को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।
Source : News Nation Bureau