संयुक्त राष्ट्र में मध्य-पूर्व पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर का राग आलापा है। हालांकि पाकिस्तान की तरफ से उठाए गए इस मुद्दे को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कश्मीर मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने से इनकार कर दिया था।
यूएन में पाकिस्तान की स्थायी राजदूत मलीहा लोधी ने कहा, 'पाकिस्तान फिलिस्तीनियों के मसले को उठाता रहेगा। इसके साथ ही विदेशी कब्जे में रह रहे लोगों के लिये भी आवाज़ उठाएगा, उदाहरण के तौर पर जैसे कश्मीर।'
लोधी ने कहा, 'इस सदन को अपनी जिम्मेदारियों को निभाएगा और अपने ही प्रस्तावों को लागू करने को सुनिश्चित करेगा। ताकि फिलिस्तीन और कश्मीर जैसे लंबे समय से विवादित मुद्दों को सुझाया जा सके और लोगों का विश्वास संयुक्त राष्ट्र में बनी रहे।'
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इस सप्ताह के शुरुआत में यूएन ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को बातचीत कर सुलझाना चाहिये। साथ ही मध्यस्थता करने से इनकार कर दिया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच पाक आतंकियों की तरफ से लगातार किये जा रहे हमले के कराण संबंधों में तनाव है। इसके आलावा पाकिस्तान का तरफ से लगातार सीज़फायर का उल्लंघन भी किया जा रहा है।
भारत कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का विरोध करता रहा है।
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Source : News Nation Bureau