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बेशर्म पाकिस्तान नहीं सुधरने वाला, अब भारतीय सेना पर लगाया ये घटिया आरोप

बार-बार झूठ बोलकर शर्मिदगी झेल रहा कंगाल पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से अभी भी बाज नहीं आ रहा है.

Updated on: 03 Aug 2019, 07:02 PM

नई दिल्ली:

बार-बार झूठ बोलकर शर्मिदगी झेल रहा कंगाल पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से अभी भी बाज नहीं आ रहा है. इस बार पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर बेहत घिनौना आरोप लगाया है. उसका कहना है कि नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय जवान क्लस्टर बमों का इस्तेमाल कर रहे हैं. क्लस्टर बमों का इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्र समेत तमाम अंतरराष्ट्रीय संधियों का खुला उल्लंघन है. साथ ही इसके जरिये भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर के लोगों के इच्छाओं का दमन कर रही है. पाकिस्तान ये झूठ इसलिए बोल रहा है ताकि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को घेर सके.

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पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता और डीजी आसिफ गफ्फूर ने कहा, भारत ने पीओके में घुसकर क्‍लस्‍टर बमों का उपयोग करके यूएन के नियमों को तोड़ा है. उन्होंने आगे कहा, कोई भी कश्‍मीर के लोगों के अधिकार और उनके दृढ़ संकल्‍प को दबा नहीं सकता है. कश्‍मीर हर पाकिस्‍तानी के खून में बसा है. कश्‍मीरियों का स्‍वदेशी स्‍वतंत्रता संग्राम सफल होगा.

पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, कश्मीर में कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा क्लस्टर बमों का उपयोग अपमानजनक है. भारत कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के अपने खूनी प्रयास में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों को जारी रखता है. दुनिया मानवाधिकारों की तबाही को नजरअंदाज करती रहती है. अगर हमें शांति रखनी है तो यह बदलना होगा.

पाकिस्तान नेता शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट कर कहा, नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना ने क्लस्टर बम का उपयोग कर निर्दोष लोगों की जानें ली हैं, जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं. उन्होंने आगे कहा, भारतीय सेना की यह कार्रवाई जिनेवा कन्वेंशन और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सीधा-सीधा उल्लंघन है.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में भारतीय सेना की बढ़ती हलचल से सभी लोग हैरान हैं. इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां सरकार से सवाल कर रही हैं. जम्मू-कश्मीर में अफरातफरी का माहौल है. राज्यपाल और सेना की ओर से कुछ बयान आए हैं, लेकिन पुख्ता तौर पर कुछ भी सामने नहीं आ पाया है. जिससे ये कहा जा सके कि इसी वजह से घाटी में सेना की इतनी भारी तैनाती की जा रही है.