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भारत में घुसने की फिराक में 300 आतंकी, खुफिया अलर्ट के बाद सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी

एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) से जूझ रही है. भारत में भी कोविद-19 ने तबाही मचा रखी है. इस बीच सीमा पर 300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने की फिराक में बैठे हुए हैं.

Updated on: 26 Apr 2020, 05:39 PM

नई दिल्ली:

एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस (Coronavirus) से जूझ रही है. भारत में भी कोविद-19 ने तबाही मचा रखी है. इस बीच सीमा पर 300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने की फिराक में बैठे हुए हैं. इतनी बड़ी संख्या में घुसपैठ करने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद भारतीय सेना (Indian Army) ने सीमा पर घुसपैठ रोधी दस्ते और आतंक रोधी बल को अलर्ट कर दिया है.

सेना आतंकवादियों को रोकने के लिए, उनके मंसूबों को नाकाम करने के लिए अपनी घुसपैठ रोधी ग्रिड और आतंकवाद रोधी रणनीति को और मजबूत करने लिये कदम उठा रही है. कश्मीर स्थित 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू ने सैन्य अधिकारियों से कोरोना वायरस महामारी के आलोक में नियंत्रण रेखा पर गश्त के दौरान पर्याप्त ए​हतियात बरतने को कहा है क्योंकि घुसपैठियों के इस बीमारी से संक्रमित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.

हिज्बुल मुजाहिद्दीन एवं लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में

श्रीनगर (Srinagar) से मिली​ रिपोर्ट का हवाला देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में अधिकारियों ने बताया कि सेना की ​क्षेत्र खुफिया इकाई ने सूचना दी है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों हिज्बुल मुजाहिद्दीन एवं लश्कर ए तैयबा के करीब 300 आतंकवादी सीमा पार से घाटी में घुसपैठ करने के इंतजार में हैं.

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पाकिस्तान सीमा पर 16 लांचपैड सक्रिय किए

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना (Pakistani) एवं इसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने हाल के सप्ताह में नियंत्रण रेखा के पास 16 लांचपैड सक्रिय किया है. इनमें से कुछ नौशेरा और चम्ब की दुर्गम पहाड़ियों पर भी स्थित हैं जहां से आतंकवादी आसानी से उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में घुसपैठ करने के लिये जाने जाते हैं.

लगातार की जा रही बैठक ताकि आतंकवादियों को दी जा सके मात

रिपोर्ट में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल राजू घुसपैठ रोधी ग्रिड (सीआईजी) को और चाक चौबंद करने के लिये सैन्य अधिकारियों के साथ नियमित तौर पर बैठक कर रहे हैं ताकि आतंकवादियों (Terrrorits) को नियंत्रण रेखा पार करने का कोई मौका नहीं मिले.

 सैनिकों से शवों को लेकर अत्यंत सावधानी बरतने को कहा गया 

अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों के साथ नियंत्रण रेखा पर ​संघर्ष और मुठभेड़ की स्थिति में, सैनिकों से शवों को लेकर अत्यंत सावधानी बरतने को कहा गया है क्योंकि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि सीआईजी को और अधिक मजबूत बनाया गया है तथा ग्रिड में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय आसानी से होता है.

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इस मुठभेड़ में सेना के पांच जवान भी शहीद हो गये थे

उन्होंने बताया कि सैनिकों की तैनाती में कुछ बदलाव किये गये हैं. उन्होंने बताया कि लीपा घाटी के पार, अथमुकम तथा ​डुडनियाल में आतंकवादियों का भारी जमावड़ा देखा गया है. यह वही इलाका है जहां से एक अप्रैल को पांच आतंकवादियों ने घुसपैठ किया था जिन्हें पांच अप्रैल को मार गिराया गया था. इस मुठभेड़ में सेना के पांच जवान भी शहीद हो गये थे. अधिकारी ने बताया कि दुमेल, सरदारी और धक्की में स्थित लांचपैड सामान्य तौर पर गर्मियों में सक्रिय होते हैं. उन्होंने बताया वहां भी इस समय आतंकवादियों की उपस्थिति देखी गयी है.

(इनपुट पीटीआई)