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Indian Navy operation: पाकिस्तानियों ने लगाए 'भारत जिंदाबाद' के नारे

भारतीय नौसेना ने समुद्र में अपहृत ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज और उसपर सवार 23 सदस्यीय पाकिस्तानी दल को सुरक्षित बचा लिया है.

Updated on: 31 Mar 2024, 01:38 PM

नई दिल्ली :

पाकिस्तानियों ने "भारत जिंदाबाद" के नारे लगाए. दरअसल हाल ही में भारतीय नौसेना ने एक साहसी समुद्री डकैती विरोधी अभियान को अंजाम देते हुए, समुद्र में अपहृत ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज और उसपर सवार 23 सदस्यीय पाकिस्तानी दल को सुरक्षित बचा लिया. मिली जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान अपहृत जहाज की लोकेशन सोकोट्रा के यमनी द्वीप से लगभग 90 एनएम दक्षिण पश्चिम में थी, जो अदन की खाड़ी के पास उत्तर पश्चिम हिंद महासागर में है. 

गौरतलब है कि, शनिवार को भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, आत्मसमर्पण करने वाले नौ समुद्री लुटेरों को समुद्री डकैती रोधी अधिनियम, 2022 के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए भारत लाया जा रहा है. वहीं नाव को रवाना करने से पहले चालक दल, जिसमें 23 पाकिस्तानी नागरिक शामिल थे, को पूरी तरह से चिकित्सा जांच दी गई थी. 

नौसेना ने शुक्रवार को कहा कि अपहृत जहाज को गुरुवार को रोक लिया गया. इसमें कहा गया, आईएनएस सुमेधा ने शुक्रवार तड़के एफवी 'अल कंबर' को रोका और बाद में निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस त्रिशूल से जुड़ गया. एसओपी के अनुसार 12 घंटे से अधिक के गहन कठोर सामरिक उपायों के बाद, अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज पर सवार समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा. भारतीय नौसेना ने कहा, चालक दल में 23 पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं, जिन्हें सुरक्षित बचा लिया गया है.

भारतीय नौसेना की ताजा समुद्री डकैती विरोधी कार्रवाई ने पहले प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत किया है, जिसे नौसेना बल हिंद महासागर क्षेत्र में निभाना चाहता है. यह कार्रवाई दो सप्ताह बाद हुई है जब इसने एक अन्य जहाज 'रुएन' और 17 बंधकों को बचाया था और लगभग 40 घंटे के नाटकीय मध्य-समुद्र अभियान में 35 सशस्त्र समुद्री डाकुओं को पकड़ लिया था. नौसेना के अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय नौसेना की कड़ी कार्रवाई के परिणामस्वरूप 16 मार्च को समुद्री डाकू जहाज पूर्व-एमवी रुएन ने आत्मसमर्पण कर दिया था.